लखनऊ संवाददाता- विभांशु मणि त्रिपाठी
लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में हुई विसंगति को दूर करने के बाद चयनित 6800 शिक्षक अभ्यर्थियों ने शुक्रवार सुबह 9:00 बजे मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया। बता दें कि नियुक्ति की मांग करते हुए अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास के सामने तक पहुंचे गए। वहां भारी मात्रा में तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक लिया और वहां से हटा दिया कुछ अभ्यर्थी गेट के सामने बैठ गए। जिन्हें पुलिस कर्मियों ने जबरदस्ती वहां से उठा दिया और धरना स्थल इको गार्डन में लेजाकर छोड़ दिया।
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अमरेंद्र पटेल को पुलिस ने किया अरेस्ट
पटेल ने बताया कि 69000 शिक्षक भर्ती में व्यापक स्तर पर आरक्षण का घोटाला हुआ है जिस कारण ओबीसी एससी वर्ग के अभ्यार्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी नियुक्ति की मांग को लेकर हम लोग लम्बे समय से शासन प्रशासन से मांग कर हैं लेकिन हर बार हम लोगों को आश्वासन मिलता है कोई समाधान नहीं निकलता। उन्होंने बताया कि इस संबंध में बेसिक शिक्षा मंत्री जिसे मुलाकात हुई है उन्होंने दो-चार दिन में मुख्यमंत्री से मिलवाने का आश्वासन दिया है।
बता दें कि 69000 शिक्षक भर्ती वर्ष 2018 में आयोजित की गयी थी। 21 जून 2020 को 69000 अभ्यर्थियों की चयन सूची आई जिसमें आरक्षण लागू करने में विसंगति की गई। जब विभाग ने मामले का संज्ञान नहीं लिया तो सभी चयन पाने से वंचित अभ्यर्थी अपनी शिकायत राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग में दर्ज कराई। आयोग ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि पिछड़े वर्ग को नियमानुसार आरक्षण नहीं दिया गया हैै और ओबीसी उम्मीदवारों के अधिकारों का उल्लंघन हुआ है।