Uttarakhand Landslide: उत्तराखंड के सोनप्रयाग में हुए भूस्खलन में अब तक 5 लोगों की मौत हो गई है जबकि 3 गंभीर रुप से घायल हैं।सोमवार को केदारनाथ से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालु सोनप्रयाग से करीब आधा किमी दूर पहाड़ी पर हुए भूस्खलन में दब गए थे जिनमें से एक श्रद्धालु की मौके पर ही मौत हो गई।मंगलवार को हुए रेस्क्यू के दौरान मलबे में दबे 4 और शव निकाले गए जिसके बाद मृतकों की संख्या अब 5 हो गई है और 3 लोग घायल हैं।
सोनप्रयाग में लैंडस्लाइड से 5 की मौत
31 जुलाई से ही सोनप्रयाग इलाके में भारी बारिश के बाद रुक-रुककर हो रही बारिश के बाद लैंड स्लाइड की घटनाएं लगातार देखने को मिल रही है।लैंडस्लाइड की घटना की जानकारी पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट की है।घटना पर शोक जताते हुए सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि,दर्दनाक हादसे में हमने लोगों के अनमोल जीवन खो दिए हैं मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवार के साथ है घटनास्थल पर रेस्क्यू अभियान चलाने के लिए सरकार की ओर से हर संभव मदद की जा रही है।
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भूस्खलन के मलबे में दबे कई श्रद्धालु
जानकारी के मुताबिक सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच मुनकटिया के नजदीक हुए इस हादसे की जानकारी देर शाम को हुई मलबे में श्रद्धालुओं के दबे होने की जानकारी मिलते ही फौरन पुलिस, प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिवादन बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमें मौके पर पहुंची और बचाव एवं राहत कार्य शुरू किया।बचाव दल की ओर से मौके पर एक मृतक और तीन घायल व्यक्तियों को निकाला गया और एंबुलेंस के जरिए से सोनप्रयाग लाया गया इसके बाद एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सुबह 4 और शव मलबे से निकाले हैं।
सीएम धामी ने हादसे पर जताया दु:ख
उत्तराखंड के अधिकतर जिलों में इन दिनों भारी बारिश हो रही है जिससे मार्गों पर भूस्खलन होने का खतरा बढ़ गया है साथ ही भूस्खलन से जगह-जगह पहाड़ों से पत्थर दरक कर नीचे गिर रहे हैं।चारधाम यात्रा मार्ग पर पहाड़ों के दरकने से कई रास्ते अवरुद्ध हुए हो गए हैं जिससे मार्ग पर आने-जाने के लिए खतरा बढ़ गया है इससे सफर में जोखिम बना हुआ है।राज्य सरकार की ओर से सभी श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं निर्देश में बताया गया कि,अवरुद्ध पहाड़ी मार्गों पर अधिक सावधानी बरतें और खास तौर पर रात के समय बारिश के दौरान श्रद्धालु सफर करने से बचें।