Train Derailment:उत्तर प्रदेश के कानपुर के बाद एक राजस्थान के अजमेर में ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई है।राजस्थान में ट्रेन को बेपटरी करने की 17 दिनों में यह तीसरी बार साजिश रची गई है इस बार अजमेर के सरधना और बांगड़ ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच दो जगहों पर रेल पटरी पर सीमेंट के बड़े-बड़े ब्लॉक रखकर ट्रेन को पटरी से उतारने की नाकाम कोशिश की गई है हालांकि गनीमत रही कि,ट्रेन बेपटरी होने के बजाय भारी भरकम सीमेंट के ब्लॉक को तोड़कर आगे निकल गई और किसी तरह का कोई हादसा नहीं हुआ।

अजमेर में अब मालगाड़ी को डिरेल करने की कोशिश
इस मामले में डीएफसीसी की ओर से मांगलियावास थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है मामले की जांच मांगलियावास पुलिस कर रही है।आपको बता दें कि,रविवार रात को अहमदाबाद मार्ग पर मालगाड़ी फुलेरा से अहमदाबाद जा रही थी इस दौरान अज्ञात बदमाशों ने सराधना और बांगड़ रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक पर सीमेंट के ब्लॉक लगाकर ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची है।
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साजिशकर्ताओं ने पटरी पर रखे सीमेंट के बड़े ब्लॉक
गौरतलब है कि,बीते 1 साल के दौरान देश में ट्रेन हादसों में अधिक बढ़ोत्तरी देखी गई है जिसके चलते जान-माल का नुकसान भी हुआ है।अजमेर में ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिश से पहले बीते रविवार को कानपुर में अनवर-कासगंज रुट पर कालिंदी एक्सप्रेस ट्रैक पर रखे सिलेंडर से टकरा गई थी हालांकि गनीमत रही कि,सिलेंडर फटा नहीं जिससे बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया।इसकी सूचना मिलने पर आरपीएफ,जीआरपी और रेलवे विभाग के सीनियर अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की जिसके बाद इस साजिश को आतंकी साजिश के रुप में देखा जा रहा है क्योंकि ट्रैक पर जांच के दौरान अधिकारियों को सिलेंडर के अलावा एक बोतल में पेट्रोल,एक मिठाई का डिब्बा,एक माचिस और एक झोला मिला था।

कानपुर में भी बड़ी आतंकी साजिश हुई नाकाम
कानुपर में इतनी बड़ी साजिश को अंजाम देने की कोशिश को आतंकी साजिश के रुप में देखा जा रहा है घटना के अगले दिन एनआईए और एटीएस की टीम ने कानपुर में अपना डेरा डाल दिया है और कानुपर में पुलिस इस बीच देश-विदेश से आने वालों को डेटा खंगाल रही है साथ ही घटनास्थल के आस-पास लगे मोबाइल टावरों की मदद से ये जानने की कोशिश की जा रही है जिस समय हादसे को अंजाम देने की कोशिश की गई उस दौरान आस-पास के कौन से मोबाइल नंबर एक्टिव थे।

8 सितंबर को वंदे भारत को डिरेल करने की हुई थी कोशिश
कानुपर में इतनी बड़ी साजिश रचने की नाकाम कोशिश के बाद अजमेर में भी ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई।8 सितंबर की रात करीब साढ़े 10 बजे सराधना-बांगड़ ग्राम के बीच इस हादसे को अंजाम देने की कोशिश की गई है।इससे पहले राजस्थान के पाली जिले में जोधपुर से गुजरात के साबरमती के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन को भी बेपटरी करने की साजिश रची गई थी।