लखनऊ संवाददाता- विभांशु मणि त्रिपाठी
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित डॉक्टर राम मनोहर लोहिया संस्थान में 33वां नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया गया इस मौके पर डॉक्टर राम मनोहर लोहिया संस्थान की डायरेक्टर प्रोफ़ेसर डॉ० सोनिया नित्य नन्द ने कॉमन हॉल में बड़ी संख्या में मौजूद डॉक्टरों की मौजूदगी में केक काट कर मनाया। इस मौके पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक दिव्य कांत पांडेय ने डॉक्टर राम मनोहर लोहिया संस्थान की डायरेक्टर प्रोफ़ेसर डॉ० सोनिया नित्य नन्द को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
बता दे की 1 जुलाई 1991 में इसकी शुरुआत प्रसिद्ध चिकित्सक शिक्षाविद और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता 1976 में इन्हें भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था। उनके तमाम योगदान को सम्मान देने के लिए हर साल 1 जुलाई का दिन ‘डॉक्टर्स डे’ के रूप में मनाया जाता है।यह दिन जीवन बचाने वाले डॉक्टरों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन उन सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जश्न मनाने का दिन है, जो बड़े पैमाने पर समाज की सेवा करते है।
इस प्रोफेशन का किसी से मुकाबला नहीं
डॉक्टर राम मनोहर लोहिया संस्थान की डायरेक्टर प्रोफ़ेसर डॉ० सोनिया नित्य नन्द ने डॉक्टर्स डे को लेकर बताया की यह ऐसा प्रोफेशन है की जिसमे सबसे जायदा जिम्मेदारी होती है इस प्रोफेशन का किसी से मुकाबला नहीं किया जा सकता है डॉक्टरों की जिम्मेदारी भी बहुत होती है वही जिम्मेदारी भी बहुत निभानी पड़ती है। कई डॉक्टर अपने प्रोफेशन को लेकर सीरियस नहीं होते है कोई डॉक्टरों किसी मरीज को परेशान नहीं करता है जब कोई डॉक्टर अपने प्रोफेसनल को को जिम्मेदारी से नहीं करते है तभी मिस्टेक होती है।
वही डॉक्टर शैली महाजन ने कहा की डॉक्टर मरीजों को लेकर बहुत गंभीर रहते है जब कोई मरीज दर्द में आता है तो डॉक्टर पहले कोशिश करता है की कैसे जल्द से जल्द मरीज को दर्द से निजात मिले।हर मरीज के साथ डॉक्टर अपनी जिंदगी का एक अंश दे देता है क्योकि दर्द में जब कोई मरीज आता है तो डॉक्टर अगर प्यार से उसके साथ अच्छा व्यवहार करते है तो आधा दर्द ऐसे ही ठीक हो जाता है।हर मरीज को ऐसे देखना चाहिए जैसे वोह डॉक्टर के फैमली से हो।