12 सितंबर मध्यप्रदेश सरकार भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची मूर्ति का ‘‘एकात्मता की प्रतिमा’’ के रूप में 18 सितंबर को अनावरण करेगी। प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विशेष उपस्थिति में होगा।
Indore News: इंदौर संभाग के ओंकारेश्वर में एकात्म धाम के अंतर्गत आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची बहुधातु प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम 14 सितम्बर से शुरू होगा जो 20 सितम्बर तक चलेगा। सनातन धर्म के पुनरुद्धारक, सांस्कृतिक एकता के देवदूत व अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रखर प्रवक्ता ‘आचार्य शंकर’ के जीवन और दर्शन के लोकव्यापीकरण के उद्देश्य के साथ ओंकारेश्वर को अद्वैत वेदांत के वैश्विक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इस प्रकल्प के प्रथम ऐतिहासिक चरण के रूप में 18 सितंबर को एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण होने वाला है। यह 108 फीट ऊंची बहुधातु की प्रतिमा है जिसमें आदि शंकराचार्य बाल स्वरूप में हैं।
केरल की परम्परा का होगा अनुसरण…
संतों का स्वागत केरल की पारम्परिक पद्धति के अनुसार होगा। मुख्यमंत्री वैदिक यज्ञ अनुष्ठान में आहुति भी देंगे। अनावरण कार्यक्रम में देशभर के शैव परम्परा के नृत्यों की प्रस्तुतियां भी होगी। वेदोच्चार तथा शंखनाद भी कार्यक्रम में होंगे। मुख्यमंत्री जी द्वारा पंचायतन पूजा की जाएगी।
हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा…
आचार्य शंकर की प्रतिमा पर पुष्प वर्षा भी हेलीकाप्टर से होगी। आयोजन के दौरान भोजन और पेयजल की व्यवस्था दोने-पत्तल, कुल्हड़ आदि में भारतीय पद्धति से आयोजन के दौरान रहेगी। भोजन भी पूर्ण रूप से शुद्ध और सात्विक होगा। ओंकारेश्वर में पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। आयोजन के दौरान इंदौर से ओंकारेश्वर तथा खंडवा से ओंकारेश्वर आने-जाने के लिये यातायात की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है। अनावरण कार्यक्रम का प्रसारण ओंकारेश्वर में जगह-जगह एलईडी के माध्यम से किया जायेगा।
27,000 ग्राम पंचायतों से मूर्ति निर्माण…
यह मूर्ति सोलापुर महाराष्ट्र के प्रसिद्ध मूर्तिकार भगवान राम पुर द्वारा उकेरी गई है। मूर्ति हेतु बाल शंकर का चित्र मुंबई के विख्यात चित्रकार वासुदेव कामत द्वारा वर्ष 2018 में बनाया गया था मूर्ति निर्माण हेतु वर्ष 2017-18 में संपूर्ण मध्य प्रदेश में एकात्म यात्रा निकाली गई थी जिसके माध्यम से 27,000 ग्राम पंचायतों से मूर्ति निर्माण हेतु धातु संग्रहण वजनजागरण का अभियान चलाया गया था।
शंकर संगीत से गुंजित होगा पर्वतखंड…
18 सितम्बर को शंकर संगीत की प्रस्तुति के साथ ही दोपहर दो बजे से दोपहर 2:25 बजे तक शिवोहम आचार्य शंकर के स्त्रोतों पर एकाग्र समवेत नृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी। दोपहर 2:25 बजे से शाम 5 बजे तक संत विमर्श का कार्यक्रम ब्रह्मोत्सव होगा। शाम 5 बजे से 5:10 बजे तक पुन: शंकर संगीत की प्रस्तुति होगी तथा शाम 5:10 बजे से शाम 6 बजे तक संत विमर्श का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उक्त कार्यक्रमों में देश के प्रमुख साधु-संतों के साथ ही सभी पीठों के शंकराचार्यों को भी आमंत्रित किया गया है।