रायबरेली संवाददाता- बलवंत सिंह
रायबरेली: क्षेत्र के डलमऊ तहसील के स्कूल आदर्श बाल विद्या मंदिर के प्रबंधक किशोरी लाल यादव पर लगा फर्जी जमीन का बैनामा कराने का आरोप।स्कूल के प्रबंधक पर फर्जी तरीके से एक बड़ी आबादी की जमीन को बैनामा कराने का आरोप लगा है जिसके बाद इस बैनामा से प्रभावित करीब 50 परिवार के लोगों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है lमामला रायबरेली के डलमऊ तहसील का है जहां पर आदर्श बाल विद्या मंदिर के प्रबंधक पर स्थानीय लोगों ने फर्जी बैनामा का आरोप लगाया है।
पीड़ित लोगों के पास जमीन का बैनामा…
दरअसल आज कुछ लोग जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव से शिकायत करने के लिए पहुंचे पीड़ित ने बताया कि स्कूल के प्रबंधक ने आसपास की जमीन को बैनामा लेखपाल की सांठगांठ से करा लिया है। जिस पर लगभग 40 मकान बने हुए हैं।और स्थानीय लोगों का कहना है कि वह लगभग डेढ़ सौ सालो से वहां पर काबिज हैं पीड़ित लोगों के पास जमीन का बैनामा भी है लेकिन स्कूल प्रबंधक फर्जी बैनामा कराकर जमीन को खाली करने का दबाव बना रहे हैं।
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इस संबंध में एसडीएम डलमऊ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला न्यायालय से संबंधित है। इसलिए इसमें सिर्फ शांति व्यवस्था बनाए रखना के लिए दोनों पक्षों से कहा गया और मकान नहीं गिराये जाएंगे। फिलहाल अगर यह प्रकरण सही है तो आखिर आबादी की जमीन पर डेढ़ सौ सालो से रह रहे लोगों को हटाने की साजिश रचने वालों पर कारवाई कब होगीl
21 दिन से लापता बालिका का मिला शव जांच में जुटी पुलिस…
रायबरेली: भदोखर थाना क्षेत्र में शनिवार को 21 दिन से लापता बालिका का शव शारदा सहायक नहर के किनारे झाड़ियों में मिलने से दहशत फैल गई। शव सड़ चुका था और दाहिने हाथ में चोट के निशान थे। इससे क्षेत्रीय लोग हत्या की आशंका जता रहे हैं। सीओ सदर वंदना सिंह, थानेदार राजेश कुमार सिंह ने घटनास्थल पहुंचकर पड़ताल की। डीह थाना क्षेत्र के लोधवारी गांव निवासी उदय प्रताप उर्फ लाला की 12 वर्षीय बेटी लक्ष्मी उर्फ बिट्टो 26 अगस्त को घर से अचानक लापता हो गई।
बेटी की मौत की सूचना पर मौके पर पहुंचा पिता…
शनिवार सुबह लोगों ने जगदीशपुर गांव के पास शारदा सहायक नहर के किनारे झाडिय़ों में एक बालिका का शव पड़ा देखा तो दंग रह गए। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। बेटी की मौत की सूचना पर मौके पर पहुंचा पिता फफक कर रो पड़ा। बोला बेटी की खोजबीन ही कर रहा था। उसकी मौत कैसे हुई, कुछ समझ में नहीं आ रहा है। घटना की जांच कराई जाए।बालिका मनोरोगी थी। 26 अगस्त को घर से लापता हो गई थी।
डीह थाने में बालिका के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। मृतका बोल भी नहीं पाती थी। इसलिए वह झाड़ियों तक पहुंच गई और किसी को उसके नहर तक पहुंचने की जानकारी नहीं हो पाई। किसी जानवर के हमले या फिर किसी विषैले जंतु के काटने से बालिका की मौत की बात सामने आई है।