Yugdhara Foundation News: युगधारा फाउन्डेशन लखनऊ की महाराष्ट्र इकाई के संयोजन में पहली बार संतरा नगरी नागपुर में सम्मान समारोह के साथ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का सफल आयोजन संपन्न हुआ है।ये पहला मौका था जब संस्था ने उत्तर प्रदेश के बाहर इस तरह के किसी कार्यक्रम का आयोजन किया।इस अवसर पर प्रो विश्वंभर शुक्ल लखनऊ, डॉ मुकुंदनी जोशी पुणे, रवि शुक्ल बीकानेर,मुकेश सिंह मुसाफिर नागपुर, विभा प्रकाश लखनऊ और रामकृष्ण वी. सहस्रबुद्धे नागपुर की कृतियों का लोकार्पण किया गया।
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40 से अधिक रचनाकारों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया
हर वर्ष की भांति इस बार भी विभिन्न प्रान्तों के 40 से अधिक रचनाकारों को कार्यक्रम में सम्मानित किया गया.कार्यक्रम की विशेष बात ये रही कि,इस वर्ष अहिंदी भाषी रचनाकारों की संख्या अधिक थी। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों के रचनाकारों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। अतिथियों का स्वागत और प्रथम सत्र का संचालन करने का अवसर संयोजक रामकृष्ण सहस्रबुद्धे ने किया जबकि अन्य सत्रों का संचालन अविनाश बागड़े, रवि शुक्ल और डॉ चंद्रिका प्रसाद मिश्र ने किया।
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विभिन्न सत्रों में डॉ उपस्थित रहे..
कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में डॉ सागर खादीवाला, प्रो विश्वंभर शुक्ल, डॉ श्रीनिवास शुक्ल सरस, डॉ प्रमोद शुक्ल, डॉ वीणा दाढे , अजय पाठक, एस पी सिंह, हेमलता मिश्र मानवी, शिवमोहन सिंह , रवि शुक्ल ने मंच को सुशोभित किया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम के अंत में महासचिव सौम्या मिश्रा अनुश्री ने आभार प्रदर्शन किया।नागपुर सेसर्वश्री अनिल मालोकर,टीकाराम साहू,रूबी दास,कृष्णकुमार द्विवेदी,अमिता शाह,बालकृष्ण महाजन,पूनम मिश्रा,शादाब अंजुम,प्रभा मेहता,माधुरी मिश्रा, मुकेश मुसाफिर एवं भारत के अन्य प्रांतों से अरूण नामदेव, डॉ धारा वल्लभ पाण्डेय, दिनेंद्र दास, डॉ बृजेश गुप्ता, प्रदीप भट्ट, प्रणव मिश्र, विभा प्रकाश आदि कार्यक्रम में प्रमुखता से उपस्थित रहे।