Dhananjay Singh : जौनपुर के पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है. अपहरण और रंगदारी मांगने के मामले में 4 साल बाद कोर्ट ने बड़ी कार्यवाही करते हुए धनंजय सिंह को मंगलवार को दोषी ठहराया था, जिसके बाद बीते दिन एमपी-एमएलए कोर्ट ने धनंजय सिंह पर आरोप सिद्ध होने के बाद सजा का ऐलान कर दिया है. कोर्ट ने 7 साल की सजा और 50 हजार रुपये का उनके ऊपर जुर्माना लगाया है. इसी बीच उनकी पत्नी और जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला रेड्डी ने कार्यकर्ताओं से भावुक होकर एक अपील की है. उन्होंने कहा कि आपके नेता को आपकी सहानुभूति की जरूरत है.
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श्रीकला रेड्डी ने कार्यकर्ताओं से की अपील
पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी ने कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया है. उन्होंने कहा, “हम आपकी भावनाओं की कद्र करते हैं, लेकिन फैसला न्यायपालिका ने दिया है, जिसका हमें सम्मान करना चाहिए. अपने नेता धनंजय सिंह का अनुसरण करते हुए किसी भी नेता या दल के बारे में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपके नेता के व्यक्तित्व पर दुष्प्रभाव पड़ेगा.”इसी कड़ी में उन्होंने आगे कहा कि, “आपके नेता ने बड़ी शुचिता की राजनीति की है. कभी किसी भी दल अथवा नेता के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया. कृपया आप भी संयम बनाएं. धैर्य से काम लें. आपके नेता को आपके सहानुभूति की जरूरत है. उम्मीद करती हूं कि आप मेरी बातों पर अमल करेंगे.”
सजा के बाद धनंजय सिंह की पहली प्रतिक्रिया
बीते दिन कोर्ट ने पूर्व सांसद और बाहुबली धनंजय सिंह पर सजा का ऐलान किया, जिसके बाद उनका पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि “इस निर्णय के खिलाफ हम हाई कोर्ट जाएंगे. आज फर्जी मुकदमे में मुझे फर्जी सजा कर दी गई है.” इस बीच सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है, जब धनंजय को सजा का ऐलान हुआ तो उस समय उनके समर्थक भी कोर्ट के बाहर मौजूद थे, जोकि लगातार उनके समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे.
क्या था पूरा मामला?
10 मई 2020 को मुजफ्फरनगर निवासी अभिनव सिंघल ने लाइन बाजार थाने में अपहरण, रंगदारी और अन्य धाराओं में पूर्व सांसद धनंजय सिंह और उनके सहयोगी संतोष विक्रम सिंह व दो अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.अभिनव सिंघल ने धनंजय सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा था कि,संतोष विक्रम सिंह और अन्य दो लोग पचहटिया स्थित साइट पर आए और वहां से उनको असलहे के बल पर चार पहिया वाहन से अपहरण कर मोहल्ला कालीकुत्ती स्थित धनंजय सिंह के घर ले जाया गया.
यहां पर धनंजय सिंह ने पिस्टल दिखाकर धमकी वाले अंदाज में रंगदारी मांगी और गालीगलौज की.धनंजय सिंह ने मेरी फर्म को कम गुणवत्ता वाली सामग्री की आपूर्ति करने के लिए मुझ पर दबाव डाला और मेरे इनकार करने पर मुझे धमकी दी.इस तरह किसी प्रकार से मैं उनके चंगुल से निकलकर लाइन बाजार थाने गया और आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।
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