अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या से योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव के प्रचार का आगाज कर दिया है. सीएम योगी ने हुंकार भरते हुए कहा कि अयोध्या त्रेता युग की याद दिला रहा है. हमारी सरकार बिना भेदभाव के काम कर रही है. सीएम ने कहा कि भारत ब्रिटेन को पछाड़ बना 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया में भारत का डंका बज रहा है.
दरअसल भाजपा का ध्यान अगर सबसे ज्यादा कहीं केंद्रित है तो वो है भगवान राम की नगरी अय़ोध्या और इस दौरान पहली बार सीएम योगी भरतकुंड भी पहुंचे. यूपी में शपथ लेने के साथ ही सीएम योगी का सबसे ज्यादा कहीं फोकस था तो वो अयोध्या पर था. 2024 के चुनाव से पहले राममंदिर बनकर तैयार हो जाएगा. उससे पहले ही भाजपा सरकार के नेताओं का अयोध्या आगमन शुरु हो जाते है. 2017 के चुनावों में भाजपा का नारा चुनावी नारा तक बन गया था. राम लला हम लाएंगे, मंदिर वहीं बनाएगा और इस नारे के बाद यूपी में भगवा की लहर ऐसी चली कि चाहे वो विधानसभा चुनाव हो. 2019 का लोकसभा चुनाव हो. भाजपा को प्रचंड जीत तो एक फिर इसी जीत को दोहराने की चुनौती भाजपा के सामने है.
बता दें कि यूपी जीतेगा वही दिल्ली पर राज करेगा. इस फॉर्मूले के तहत 2014 से लगातार शीर्ष पर चल रही BJP ने एक बार फिर यूपी के लिए बड़ा प्लान तैयार किया है. इस प्लान की सबसे पहली कड़ी हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. 80 सीटों वाले यूपी से योगी को लेकर एक खास तरह की चुनावी रणनीति तैयार की गई है.
अयोध्या से राममय माहौल तो हमेशा बनता रहा है और 2024 में बड़ी राम लहर यहां से उठेगी, लेकिन सीएम योगी राम नहीं बल्कि भरत की भूमिका में रहकर अपना संकल्प पूरा करेंगे. सीएम ने मणिराम दास जी की छावनी में महंत नृत्य गोपाल दास से मुलाकात कर कुशल क्षेम ली. साथ ही सीएम ने सीएम ने श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से मुलाकात कर उनका हालचाल लिया.