एक उम्र के बाद चेहरे पर झुर्रियों का आना एक प्राकृतिक क्रिया है लेकिन अगर आपके चेहरे पर समय से पहले फाइन लाइंस आने लगी हैं, तो बहुत चिंता की बात हो जाती है। फिर आप केमिकल वाली रिंकल क्रीम का इस्तेमाल कर रहे थे। जिससे आपको साइड इफेक्ट होते है। इसके लिए बाजार में भर-भरकर सस्ते से लेकर महंगे प्रोडक्ट्स की भरमार है। लेकिन सच तो ये है कि ये महंगे प्रोडक्ट्स आपको वो प्राकृतिक चमक नहीं दे सकते जिसकी जरूरत आपको है।
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प्रकृति से मिलने वाली ऐसी पत्तिया जो……
विशेषज्ञ द्वारा, सीधे प्रकृति से मिलने वाली ऐसी पत्तिया, जो न सिर्फ शरीर का ख्याल रखने का दम रखती हैं, बल्कि स्किन की कई समस्याओं में भी राहत देती हैं। एंटी-एजिंग की खूबियां लिए जिन पत्तियों का जिक्र किया है वो मोरिंगा के पेड़ पर उगती हैं। इन्हें सहजन की पत्तियां भी कहा जाता है। स्किन और बॉडी के लिए फायदेमंद होती हैं।
खूबसूरती बढ़ाएंगीं मोरिंगा

मोरिंगा पत्तियां न सिर्फ बाहर से बल्कि अंदर से भी खूबसूरती बढ़ाने का काम करती हैं। शरीर में आयरन और फेरेटिन का संतुलन बना रहता है। चेहरे से जुड़ी कई छोटी-छोटी समस्याओं के लिए भी ये पत्तियां फायदेमंद साबित हो सकती हैं। हालांकि, जिन लोगों को एक्जिमा जैसे गंभीर चर्म रोग हैं, उन्हें मोरिंगा का सेवन नहीं करना चाहिए।
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मोरिंगा पाउडर
मोरिंगा पाउडर लेने जा रहे हैं, तो उसके रंग पर ध्यान दें। ये डार्क ग्रीन कलर का होना चाहिए। जितना गहरा रंग होगा, उसमें उतने ज्यादा एंटी-ऑक्सिडेंट्स होंगे। वहीं हल्के रंग वाले में इसका प्रतिशत काफी कम होगा। विशेषज्ञ ने बताया कि मोरिंगा का स्वाद काफी कड़वा होता है, इसलिए इसे यूं ही ले पाना थोड़ा मुश्किल है। उन्होंने इसके लिए छाछ का सहारा लेने का सुझाव दिया।

मिलेंगे दो चीजों के फायदे
मोरिंगा को डाइट का हिस्सा बनाने का सबसे हेल्दी तरीका इसे छाछ के साथ लेना है। इससे न सिर्फ आपको पत्तियों बल्कि छाछ में मौजूद गुणकारी तत्व का फायदा भी मिलता है। आयुर्वेद भी मानता है कि रोज छाछ पीना पाचन के लिए बेहद लाभकारी है।
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मोरिंगा की मात्रा है सही या नहीं
आधा चम्मच मोरिंगा पाउडर ही लिया जाना चाहिए। इससे पेट को इसके लिए अभयस्त होने का समय मिलता है। समय के साथ मात्रा को बढ़ाएं। डॉक्टर के मुताबिक, पाउडर की अधिकतम मात्रा सिर्फ 3 से 5 ग्राम ही रखी जानी चाहिए।