भारत देश अपनी संस्कृति के वजह से पूरे देश विदेश में जाना जाता है। वहीं भारत सरकार द्वार भारत के मंदिरों की खूबसूरती को और बढ़ाने के लिए मंदिरों में ड्रेस कोड निर्धारित कर दिया गया है। आपकी जानकारी के लिए भारत सरकार द्वारा काशी विश्वनाथ तिरुपति बालाजी मंदिर, देहरादून में टपकेश्वर महादेव मंदिर, हरिद्वार में दक्ष प्रजापति, ऋषिकेश में नीलकंठ महादेव साथ ही मथुरा के सभी बड़ो मंदिरों व उज्जैन महाकाल मंदिर में नए ड्रेस कोड लागु कर दिया गया है। जिससें मंदिर की खूबसूरती और भी बढ़ गई है।
काशी विश्वनाथ मंदिर…
काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए एक वस्त्र निर्धारित किया जा रहा है। जिससे मंदिर के साथ लोगों की खूबसूरती और भी बढ़ जाएगी। पांडेय ने यह बताया कि पुरुषों के लिए धोती – कुर्ता और महिलाओं के लिए साडी पहनकर ही मंदिर में दर्शन कर पाएगें। लेकिन अभी इस पहनाओं को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा।
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तिरुपति बालाजी मंदिर…
यह देश का काफी प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर में भी ड्रेसकोड लागु किया गया है। यहां पर कोई भी शॉर्ट्स या टी-शर्ट पहनकर नहीं जा सकता। वहीं महिलाओं के लिए इस मंदिर का ड्रेस कोड साड़ी या सलवार सूट है इसे ही पहनकर महिलाएं दर्शन कर पाएगी ।
देहरादून में टपकेश्वर महादेव…
टपकेश्वर मंदिर के बाहर पोस्टर पर लिखा गया है कि मंदिर में मर्यादित कपड़े ही पहन कर आए। हाफ पेंट, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटी जींस आदि पहनने वाले लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। यहां पर केवल महिलाएं साड़ी या सूट पहन कर ही आ सकती है।
हरिद्वार में दक्ष प्रजापति…
हरिद्वार में दक्ष प्रजापति में महिलाओं को साफ मना किया गया है कि वह किसी इस प्रकार का वस्त्र धारण न करके आए जिससे मंदिर के मर्यादा को ठेस पहुंचे। इसलिए इस मंदिरमें महिलाएं केवल सूट व साड़ी पहनकर ही आ सकती है बीना इस ड्रेस कोड के मंदिर के अंदर प्रवेश वर्जित है।
ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव…
ऋषिकेश के नीलकंठ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। हाफ पैंट, फटी जींस, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट पहनकर आने वालों को मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
उज्जैन महाकाल मंदिर…
गर्भ गृह में प्रवेश के लिए अब महिलाओं को साड़ी पहनान अनिवार्य है। इसके अलावा पुरुषों को धोती-कुर्ता पहनना जरूरी है। बिना साड़ी और धोती-कुर्ता के अन्य परिधानों में प्रवेश वर्जित रहेगा। महिलाओं के लिए गर्भ प्रवेश में धारण करने के लिए सूट पहन कर जा सकती है लेकिन शिव जी को जल अभिषेक करने के लिए साड़ी धारण करना जरूर अनिवार्य है।