Wipro shares today: आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी विप्रो लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4 FY25) के परिणाम घोषित किए हैं, जिनमें गिरावट देखने को मिली है। कंपनी के कमजोर वित्तीय प्रदर्शन और आगामी तिमाही (Q1 FY26) के लिए नकारात्मक पूर्वानुमानों के चलते इसके शेयरों में 6% तक की गिरावट दर्ज की गई है। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।
कमजोर तिमाही प्रदर्शन
चौथी तिमाही के नतीजों के अनुसार, विप्रो का कुल राजस्व ₹22,208 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 4% कम है। इसी प्रकार, कंपनी का शुद्ध लाभ ₹2,835 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल आधार पर 8% की गिरावट को दर्शाता है।आईटी सेवाओं से होने वाला राजस्व भी गिरावट का शिकार हुआ। यह $2,657.4 मिलियन रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 6.4% कम है।यह गिरावट इस बात की ओर संकेत करती है कि कंपनी को अपने प्रमुख व्यवसाय क्षेत्र में चुनौतीपूर्ण हालात का सामना करना पड़ रहा है।
डील्स के मोर्चे पर उम्मीद
हालांकि तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल $3.6 बिलियन की डील्स हासिल कीं, जिसमें से $1.2 बिलियन की एक बड़ी डील शामिल है। यह एक सकारात्मक संकेत है जो बताता है कि विप्रो अभी भी बाजार में प्रतिस्पर्धी है और नए अवसरों को हासिल करने की क्षमता रखती है। इसके बावजूद, ये डील्स अल्पकालिक वित्तीय दबाव को पूरी तरह संतुलित नहीं कर पा रही हैं।
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आगामी तिमाही के लिए अनुमान
विप्रो ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के लिए निराशाजनक अनुमान पेश किए हैं। कंपनी का मानना है कि आईटी सेवाओं का राजस्व 1.5% से 3.5% तक घट सकता है। इसके पीछे मुख्य कारण वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, व्यापारिक टैरेफ्स में बदलाव और ग्राहकों द्वारा खर्च में कटौती को बताया गया है।कंपनी प्रबंधन का कहना है कि वैश्विक मंदी के संकेत और तकनीकी बजट में कमी के चलते उन्हें अल्पकालिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, कुछ प्रमुख बाजारों में मांग में सुस्ती भी इसके लिए जिम्मेदार मानी जा रही है।
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निवेशकों के लिए सलाह
इस समय विप्रो के तिमाही परिणाम और भविष्य की अनिश्चितताएं निवेशकों के लिए चिंता का विषय हैं। अगर आप दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो कंपनी की दीर्घकालिक रणनीति, डिजिटल परिवर्तन की दिशा में उठाए गए कदम और नई डील्स पर ध्यान देना चाहिए। कंपनी अब भी अपनी रणनीतियों के ज़रिए बाजार में स्थिरता पाने की कोशिश कर रही है।हालांकि, अगर आप त्वरित लाभ की उम्मीद कर रहे हैं, तो वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए विप्रो में निवेश से दूरी बनाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। इस समय कंपनी के शेयरों में अस्थिरता बनी रह सकती है।