भारत सरकार ने विंडफॉल टैक्स में बदलाव किया है। कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाकर 10000 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। साथ ही डीजल एक्सपोर्ट पर अतिरिक्त ड्यूटी को छह रुपए प्रति लीट से घटाकर 3.50 रुपए कर दिया गया है।
Windfall Tax: भारत सरकार की ओर से कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। वहीं, डीजल एक्सपोर्ट पर अतिरिक्त ड्यूटी 6 रुपए प्रति लीटर से घटाकर 3.50 रुपए प्रति लीटर कर दी गई है। विमान ईंधन यानी एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) पर ड्यूटी चार रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर 5.50 रुपए प्रति लीटर की गई है। पेट्रोल पर एसएईडी शून्य को बरकरार रखा गया है। देश में विंडफॉल टैक्स पहली बार एक जुलाई, 2022 को लगाया गया था।
विमान ईंधन और डीजल पर घटाया टैक्स…
सरकार की ओर से निर्यात किए जाने वाले डीजल पर निर्यात शुल्क 6 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 5.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं, विमानों में उपयोग होने वाले ईंधन यानी एटीएफ पर निर्यात शुल्क घटाकर 3.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। यह पहले 4 रुपये प्रति लीटर था। हालांकि, अभी भी पेट्रोल के निर्यात पर शुल्क को शून्य रखा गया है।
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6,700 रुपए प्रति टन तय किया था विंडफॉल टैक्स…
एक सितंबर को पाक्षिक समीक्षा में देश में उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर 6,700 रुपये प्रति टन तय किया गया था, ये पहले 7,100 रुपये प्रति टन था। एक सितंबर को जारी सरकार की अधिसूचना के अनुसार, डीजल के निर्यात पर एसएईडी बढ़ाकर छह रुपये प्रति लीटर कर दिया गया था, ये पहले 5.50 रुपये प्रति लीटर था. वहीं, विमान ईंधन पर एसएईडी दो रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर चार रुपये प्रति लीटर कर दिया गया था।
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल…
ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल के दाम में पिछले कुछ समय से बढ़ोतरी जारी है। कई देशों ने कच्चे तेल के प्रोडक्शन में भी कटौती की है। डब्लूटीआई कच्चा तेल 90 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा है। वहीं ब्रेंट कच्चा तेल 94 डॉलर प्रति बैरल पर है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने सबसे पहले एक जुलाई 2022 को कच्चे तेल की बिक्री पर विंडफॉल टैक्स लगाया था। भारत के अलावा यूके, इटली और जर्मनी समेत कई देशों ने पहले ही ऊर्जा कंपनियों के सुपर नॉर्मल प्रॉफिट पर विंडफॉल टैक्स लगाया गया था।