National Parent’s Day 2023: भारत में हर साल जुलाई माह के चौथे रविवार को ” नेशनल पैरेंट्स डे ” के रूप में मनाया जाता है। इस साल यह दिन 23 जुलाई को है। यह दिन माता-पिता दोनों को समर्पित है। इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य माता-पिता के प्रति अपने आभार को प्रकट करना है। आज के दिन को बच्चे अपने माता-पिता के साथ खुशी पूर्वक मनाते है। इस दिन बच्चे अपने पैरेंट्स को गिफ्ट देते है। और उनके साथ बैठकर खुशियां बांटते है। कई लोग इस दिन अपने पैरेंट्स को बाहर घुमाने लेकर भी जाते है।
माता- पिता के सम्मान को समर्पित दिनः
आज दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में “नेशनल पेरेंट्स डे” मनाया जा रहा है। यह दिन हर साल जुलाई के चौथे रविवार को मनाया जाता है। खासतौर पर माता-पिता के प्यार और उनके बलिदान को समर्पित यह दिन पेरेंट्स के प्रति अपने प्यार और सम्मान को जताते के लिए भी मनाया जाता है। आज कई जगहों पर ” नेशनल पैरेंट्स डे ” मनाया जा रहा है। आज का दिन खासतौर पर माता- पिता को समर्पित होता है। एक व्यक्ति के जीवन में एक माता-पिता काफी अहमियत रखते है। बच्चे के जन्म से लेकर उसके पालन- पोषण , प्यार- दुलार तक व्यक्ति के जीवन में हर पड़ाव में माता पिता का काफी योगदान होता है। माता- पिता की इसी अहमियत को समझाने के लिए हर साल उनके लिए एक दिन समर्पित किया जाता है।
Read more: मणिपुर हिंसा को लेकर राजद कार्यकर्ताओं ने फूंका सीएम-पीएम का पुतला
” नेशनल पैरेंट्स डे “ की कब हुई शुरुआतः
नेशनल पेरेंट्स डे, हर साल जुलाई के चौथे रविवार को मनाया जाता है। यह दिन माता-पिता और उनके निस्वार्थ प्यार और त्याग को समर्पित है। बात करें इस साल की तो, इस बार 23 जुलाई को यह दिन मनाया जा रहा है।
नेशनल पेरेंट्स डे को मनाने की शुरुआत सबसे पहले 8 मई 1973 को दक्षिण कोरिया में की गई थी। लेकिन बाद में 1994 में इसकी शुरुआत अमेरिका में हुई। बताया जाता है कि जब इस दिन की शुरुआत हुई थी तब वह दिन जुलाई का चौथा रविवार था। इस तरह से नेशनल पेरेंट्स डे हर साल जुलाई के चौथे रविवार को मनाने का चलन शुरु हो गया। वहीं कुछ देशों में ” नेशनल पैरेंट्स डे ” को अलग- अलग दिन मनाया जाता है। फिलीपींस में यह त्योहार दिसम्बर महीने के पहले सोमवार को मनाया जाता है।
क्या है ” नेशनल पैरेंट्स डे ” का महत्वः
भारतीय संस्कृति में माता- पिता को ईश्वर को दर्जा दिया गया है। दुनिया भर में माता- पिता का सम्मान सर्वोपरि बताया गया है। माता- पिता का अपने बच्चों के प्रति प्रेम भाव होता है। अपने बच्चों के लिए सबसे ज्यादा त्याग माता-पिता ही करते है। अक्सर माता- पिता अपने बच्चों की खुशियों में अपनी खुशियां निकाला करते है। माता- पिता अपने बच्चों के जीवन में आकार देने में अपने बच्चों के प्रति निस्वार्थ प्रेम , बलिदान और मार्गदर्शन के प्रति सम्मान और सराहना करने के लिए समर्पित होते है। माता-पिता किसी भी मुसीबत के समय अपने बच्चों के आगे ढाल बनकर खड़े रहते है। इसी वजह से साल का एक दिन माता- पिता के सम्मान के लिए समर्पित किया गया है।