Mayawati: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे भी सामने आ गए और पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. नतीजे आने के बाद नई सरकार के गठन को लेकर मची उथल पुथल के बीच बैठकों का भी दौर शुरु हो चुका है. 8 जून को नरेंन्द्र मोदी लगातार तीसरे बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते है,लेकिन इससे पहले आज शाम दिल्ली में एनडीए और इंडिया अलायंस दोनों की महत्वपूर्ण बैठक होनी है.
Read More: बीजेपी को यूपी में कम सीटें मिलने पर सुरेश खन्ना का बयान,कहा-‘अति आत्मविश्वास के कारण…
केंद्र में एनडीए की सरकार बनने जा रही
लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए है और एक बार फिर से केंद्र में एनडीए की सरकार बनने जा रही है. लेकिन इस बार चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को एक भी सीटें नहीं मिली. ये तो सबसे चौकांने वाली बात है. चुनाव नतीजों के बाद बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया पर पत्र के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसमें उन्होंने खास तौर पर मुस्लिम समाज को लेकर नाराजगी जताई है.
मायावती ने आगे के चुनाव में किसको सोच समझ मौका देने की कहीं बात?
बीएमसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का खास अंग मुस्लिम समाज, जो पिछले कई चुनावों में और इस बार भी उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बीएसपी को ठीक से नहीं समझ पा रहा है. अब ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच समझ कर ही चुनाव में पार्टी द्वारा मौका दिया जाएगा, जिससे आगे पार्टी को भविष्य में इस बार की तरह भयंकर नुकसान ना हो.
इसी कड़ी में आगे मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी चुनाव आयोग से शुरू से ही यह मांग करती रही है कि चुनाव बहुत लंबा नहीं खिंचना चाहिए, बल्कि आम लोगों के हितों के साथ-साथ, चुनाव ड्यूटी में लगने वाले लाखों सरकारी कर्मचारियों तथा सुरक्षाकर्मियों आदि के व्यापक हित व सुरक्षा आदि को ध्यान में रखते हुए यह चुनाव अधिक से अधिक तीन या चार चरणों में ही कराया जाना चाहिए था.
Read More: राम मंदिर की लहर का नहीं पड़ा असर,Ayodhya में सपा प्रत्याशी से हारे बीजेपी के लल्लू सिंह
‘वोट प्रतिशत काफी प्रभावित हुआ’
मायावती ने कहा कि चुनाव लगभग पूरे समय खासकर जोरदार गर्मी की तपिश से जनजीवन के अस्त-व्यस्त होने के कारण काफी ज्यादा प्रभावित रहा है और वोट प्रतिशत भी काफी प्रभावित हुआ है. जो चिन्ता का प्रमुख कारण बना रहा और यह लगातार मीडिया की सुर्खियों में भी रहा.
चुनाव आयोग को लेकर कही ये बात
मायावती ने कहा, ‘ऐसे में यह उम्मीद की जाती है कि लोकतंत्र और आमजन के व्यापक हित के मद्देनजर, आगे चुनाव कराते समय चुनाव आयोग द्वारा लोगों की इन खास परेशानियों को जरूर ध्यान में रखा जाएगा. इसके अलावा, चुनाव के दौरान देश भर में लगभग पूरे समय मंहगाई, गरीबी और बेरोजगारी से त्रस्त लोगों में यह आम चर्चा रही कि अगर चुनाव फ्री एण्ड फेयर हुआ और ईवीएम (EVM) में कोई गड़बड़ी आदि नहीं हुई तो फिर चुनाव परिणाम निश्चय ही, खासकर रूलिंग पार्टी के नेताओं के दावों के मुताबिक नहीं होकर, चौंकाने वाला जरूर होगा.
चुनाव परिणाम पर क्या बोली मायावती ?
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव का जो भी नतीजा आया है, वह लोगों के सामने है और उन्हें ही, अब देश के लोकतंत्र, संविधान और देशहित के बारे में सोचना और फैसला करना है कि यह जो चुनाव परिणाम आया है, उसका आगे उन सबके जीवन पर क्या फर्क (असर) पड़ने वाला है और उनका अपना भविष्य कितना शान्त, व सुरक्षित रह पाएगा?
Read More: जानें कौन सी सीट से लोकसभा जाएंगे राहुल गांधी, वायनाड छोड़ेंगे या रायबरेली?
यूपी पर बात करते हुए क्या बोली मायावती ?
यूपी पर बात करते हुए मायावती ने कहा कि ‘चुनाव में खासकर यूपी की तरफ पूरे देश की निगाहें टिकी हुई थीं. हमारी पार्टी नतीजों को गंभीरता से लेकर इसका हर स्तर पर गहराई से सही विश्लेषण करेगी और पार्टी व मूवमेन्ट के हित में जो भी जरूरी होगा कदम भी उठाएगी क्योंकि बीएसपी एक राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ लोगों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का एक मूवमेन्ट भी है. इसीलिए हमारी प्रतिक्रिया भी विशुद्ध रूप से देश के लोकतंत्र और परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के संविधान की पवित्रता व मजबूती को समर्पित होगी, जिससे देश के करोड़ों गरीबों, शोषितों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों एवं मुस्लिम व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के हित व कल्याण तथा उनकी सुरक्षा एवं सम्मान आदि पर मंडराता खतरा दूर हो.
Read More: कन्याकुमारी में ध्यान साधना से PM मोदी के नए संकल्प,बोले-शून्य की ओर बढ़ रहा था मैं