Kailash Gahlot Resigns: दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के भरोसेमंद और दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया साथ ही उन्होंने आम आदमी पार्टी का भी अब साथ छोड़ दिया है। बीते कई महीनों के दरमियान आम आदमी पार्टी से अब तक कई मंत्रियों और विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ा है लेकिन अगले साल होने वाले चुनाव से पहले कैलाश गहलोत का पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा के साथ मिलना केजरीवाल और पार्टी दोनों के लिए अब तक का सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
कैलाश गहलोत के BJP में शामिल होने के कारण
कैलाश गहलोत (Kailash Gehlot) ने अचानक इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी को चौंकाने वाले काम किया लेकिन इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि,ये रातों रात लिया गया फैसला नहीं है उनकी बात कई मायनों में सही भी है क्योंकि कैलाश गहलोत केजरीवाल द्वारा आतिशी (Atishi) को दिल्ली का सीएम बनाए जाने के बाद से ही नाराज चल रहे थे इससे पहले जब मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को जेल जाना पड़ा तो केजरीवाल ने सबसे ज्यादा भरोसा कैलाश गहलोत पर दिखाया उन्हें वित्त समेत कई अहम मंत्रालय सौंपे थे कैलाश गहलोत दिल्ली विधानसभा में बजट भी पेश कर चुके हैं लेकिन जून में बड़ा फेरबदल करते हुए केजरीवाल ने वित्त,राजस्व समेत कई अहम मंत्रालय उनसे लेकर आतिशी को सौंप दिए थे।
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आतिशी को CM बनाए जाने के बाद से चल रहे थे नाराज
राजनीतिक जानकार मानते हैं कि,कैलाश गहलोत अहम मंत्रालय छिने जाने से पार्टी से नाराज चल रहे थे इसके बाद जब आतिशी को केजरीवाल ने 15 अगस्त के मौके पर झंडा रोहण करने के लिए पत्र लिखा तो गहलोत नाराज हो गए रही सही कसर अरविंद केजरीवाल न तब पूरी कर दी जब सीएम पद की कुर्सी पर उन्होंने आतिशी को बैठा दिया हालांकि कैलाश गहलोत ने इन सभी मौकों पर एक बार भी अपनी नाराजगी जाहिर नहीं की।
एलजी वीके सक्सेना से नजदीकी भी बनी एक कारण
पार्टी सूत्रों के मुताबिक 15 अगस्त के बाद कैलाश गहलोत से आम आदमी पार्टी का विश्वास कम हो गया था क्योंकि जब केजरीवाल ने आतिशी को 15 अगस्त के मौके पर झंडा फहराने के लिए कहा तो एलजी ने यह हक कैलाश गहलोत को दे दिया उसके बाद से ही पार्टी में उन्हें शक की नजरों से देखा जाने लगा था। गौरतलब है कि,मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए अरविंद केजरीवाल और एलजी वीके सक्सेना के बीच अक्सर टकराव देखा गया लेकिन दूसरी तरफ सरकार में रहते हुए कैलाश गहलोत उनके साथ मिलकर विभागीय काम करते रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने दिलाई BJP की सदस्यता
पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत को आज दिल्ली पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बीजेपी (BJP) की सदस्यता दिलाई इस दौरान उनके साथ दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी मौजूद रहें।आम आदमी पार्टी नेताओं के दावों को खारिज करते हुए कैलाश गहलोत ने कहा,विधायक या मंत्री के तौर पर मैंने दबाव में कभी काम नहीं किया जो लोग ये नैरेटिव बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि,ईडी या सीबीआई के दबाव या डर के कारण मैंने ऐसा किया है तो वो पूरी तरह गलत और निराधार है ऐसे दावों का मैं खंडन करता हूं।
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