लव जिहाद: भारतीय संविधान ने धर्म को हमारे मौलिक अधिकारों में से एक माना है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जहाँ धर्म बदलना कानूनी है और कोई भी किसी भी प्रतिबंध के बिना अपने धर्म का प्रचार और प्रसार कर सकता है। लेकिन गलत तरह से किसी से धर्म बदलवाना, यह बेहद गलत माना गया है। धर्म कोई चीज नहीं जिसे बिना सोचे समझे बदला जा सके।
क्या है लव जिहाद ..
आपको बताते चले कि कुछ धर्म के लोग अपना धर्म छुपाकर और दूसरे धर्म के व्यक्ति को बहला फुसलाकर अपने धर्म में परिवर्तन कर देते है। लव जिहाद दो शब्दों से मिलाकर बना है। अंग्रेजी भाषा का शब्द लव यानी प्यार, मोहब्बत, इश्क और अरबी भाषा का शब्द जिहाद। जिसका मतलब होता है किसी मकसद को पूरा करना, यानी जब एक धर्म विशेष को मानने वाले दूसरे धर्म की लड़कियों को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उस लड़की का धर्म परिवर्तन करवा देते हैं तो इस पूरी प्रक्रिया को लव जिहाद कहते है।
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जानें लड़कियां कैसे बन रही इसका शिकार
जैसा कि आप सभी जानते है कि आजकल हर रोज लव जिहाद के नए मामले सामने आते है। तो चलिए फिर आज हम जानते है कि आखिर आए दिन लव जिहाद के मामले क्यों बढ़ते जा रहे है, क्यों हिन्दू लड़कियां इस लव जिहाद के ट्रेप में फंस रही हैं, आखिर क्या है लव जिहाद का मकसद, क्यों लवजिहाद हिन्दू लड़कियों को अपना शिकार बना रहा हैं, आखिर धर्म क्यों हार रहा हैं।
ऐसे डालते हैं प्यार का जाल-
- आजकल व्यक्ति प्रेम के चक्कर में लड़कियों को अक्सर अपने जाल में फसा कर गुमराह कर उनका धर्म परिवर्तन करा देते है।
- बहुत लोग अपनी पहचान छुपाने का लिए नकली आधार कार्ड बनवा लेते है।
- सोशल मीडिया पर अपना नाम बदलकर लड़कियों को फसा लेते है।
- लड़की को नशीली दवा पिलाकर अश्लील वीडियो बनाकर और फिर उसे शादी के लिए मजबूर करते है।
- लड़की की कमजोर परिस्थिती का फायदा उठा कर उससे निकाह करते है फिर धर्म परिवर्तन का जोर डालते हैं।
- हिन्दू लड़कियों को धर्म और उनकी आस्था के प्रति बहला-फुसला कर उनकी आस्था और भगवान पर सवाल उठाते हैं।
- लड़कियों से उनके घर की परिस्थितयों को जानकर और फिर घर के खिलाफ करके घर से भागने को मजबूर करते हैं।
क्या है परिवार की लापरवाही
- लड़कियां दूसरे धर्म के लड़के के साथ रिलेशन में होती हैं तो वो डर के मारे अपने परिवार को अपनी बात नहीं बताती।
- कई बार वो भागकर शादी करने जैसा कदम उठा लेती हैं।
- परिवार में सबका एक साथ ना रहना और आपस में बातचीत ना होना जिसका फायदा बाहरी उठाते हैं।
- पारिवारिक कलह इन कार्यों को बढ़वा देने का कारण बन रही हैं।
- घर के बड़े-बुजुर्ग जो साथ में रहते थे और कहानी के जरिए बच्चों को सीख देते थे उन सबसे अब बच्चे दूर होकर मोबाइल में व्यस्त रहते हैं
- घर में पूजा, धर्म, संस्कार और बड़े लोगों के सम्मान से बच्चे हो रहे दूर जिसका फायदा बाहरी उठाते हैं।
- मां-बाप को बच्चों को डराना नहीं बल्कि दोस्त की तरह रहना चाहिए जिससे बच्चे अपनी सभी बातों को घुल कर उनके सामने रख सकें।
- घर के हर सदस्यों को परिवार के लोगों के कार्य व्यवहार पर नजर रखना चाहिए, जिससे कोई भी संदेह की स्थिति में समय रहते गलत हो रहे लोग को संभाला जा सकें।
- परिवार में विवाद से नाखुश होकर बच्चे बाहर प्यार को ढूंढते हैं।
- अपने धर्म-संस्कार-पूजा के बारे में बच्चे जब नहीं जान पाते हैं तो दूसरे के धर्म-संस्कार-पूजा को मानने लगते हैं।
- परिवार में हर किसी को हर परिस्थिति से लड़ना और उसमें जीना और उस समस्या से बाहर निकलना सीखाना चाहिए।
- परिवार की एकजुटता ही बच्चों को सदैव दे सकती हैं सुरक्षा।
- बच्चों को ज्यादा शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान भी देना चाहिए।
कम पढ़ी-लिखी लड़कियां-
कम पढ़ी-लिखी लड़कियां ज्यादा फंसती हैं। गरीब घरों से ताल्लुक रखने वाली ये लड़कियां किसी मजबूरी की वजह से ऐसे लड़कों के जाल में फंस जाती हैं। उन्हें लगता है कि सब कुछ ठीक होगा, लेकिन शादी के बाद उन लड़कियों के साथ अत्याचार शुरू होता हैं।
मुस्लिम धर्म ही क्यों कर रहे एजेंडे
क्या मुस्लिम धर्म के लोग लव जिहाद को दे रहे हैं बढ़ावा, तो वहीं कुछ लोगों का मानना हैं कि ऐसा नही है। पर जब अवैध मतांतरण और लव जिहाद में मामले सामने आते हैं तो बहुत कुछ स्पष्ट हो जाता है। क्योंकि जब नाम सामने आते है तो वो नाम मुस्लिम वर्ग से जुड़े होते है। तमाम ऐसी घटनाएं जिन पर हमारे देश के लोगों में आक्रोश होता है चाहे वह दिल्ली के श्रद्धा बाकर हत्याकांड हो या साक्षी हत्याकांड दोनो मामले जनता के सामने है।
इसलिए इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बाकायदा एक एजेंडे के तहत ये काम किए जा रहे है, और जानकारी के मुताबिक इस एजेंडे में फंडिंग भी जमकर हो रही है यहां तक कि अलग अलग जाति विशेष के अलग कीमत तय होती है। अब यहां कौन कसूरवार हैं ये सब जानते है भले ही वो लोग सामने से बोले ना पर भावना, व्यवस्था और एजेंडा सबको नजर आती है।