Modi 3.0 Cabinet: लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद एक बार फिर से केंद्र में मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का गठन हो गया है. पीएम मोदी के साथ ही कुल 72 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. मोदी सरकार 3.0 में सबसे ज्यादा 11 मंत्री उत्तर प्रदेश से शामिल किए गए हैं. वहीं आठ मंत्री बिहार के है. सरकार बनने के बाद पीएम मोदी तुरंत एक्शन में नजर आए. शपथ ग्रहण के दूसरे ही दिन उन्होंने कैबिनेट की पहली बैठक बुलाई और सभी मंत्रिपरिषद के विभागों का ऐलान किया.
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इस बार मंत्रियों की संख्या में हुई बढ़ोतरी
प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही उनके कैबिनेट के सभी मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह भी संपन्न हो गया. सोमवार शाम को एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ होने के एक दिन बाद मंत्रिपरिषद के विभागों का ऐलान किया गया.इस बार के मंत्रिमंडल की सरबसे खास बात यह है कि पिछली बार की तुलना में इस बार मंत्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इस बार मंत्रियों की संख्या बढ़ने की वजह बीजेपी को कम लोकसभा सीटें मिलना भी है. गृह, रक्षा और विदेश जैसे कई अहम मंत्रालयों में बदलवा नहीं देखने को मिला है जबकि पिछले कार्यकाल में मंत्री बने कुछ चेहरे इस बार नहीं नजर आए. अब आइए ऐसे में जानते हैं कि रोटी, कपड़ा, मकान और शिक्षा-स्वास्थ्य से जु़ड़े मूलभूत मंत्रालयों की जिम्मेदारी किन राजनेताओं को सौंपी गई है.
शिवराज सिंह चौहान
बताते चले कि नरेंद्र मोदी ने इस बार बहुत ही सोच समझकर मंत्रिमंडल में लोगों के विभागों का बंटवारा किया है. नरेंद्र मोदी ने मंत्रिमंडल में शामिल किए गए पूर्व मुख्यमंत्रियों के अनुभव और क्षेत्र विशेषज्ञता का फायदा उठाया है. इसमें सबसे आगे नाम मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान आता है. उन्हें एमपी के कृषि क्षेत्र में परिवर्तन का श्रेय दिया जाता है. शिवराज सिंह चौहान को केंद्रीय कृषि मंत्री बनाया गया है. कृषि चुनौतियों और कृषि कानूनों को निरस्त करने के बाद रुके हुए सुधारों को दूर करने की कोशिशों को नए सिरे से गति देने की उम्मीद है.
आपको बता दे कि मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान का कार्यकाल विशेष रूप से महिलाओं के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए जाना जाता है, जैसे कि लाडली बहना योजना, जिसमें गरीब परिवारों की महिलाओं को 1,250 रुपये देने का प्रावधान है.
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मनोहर लाल खट्टर
बात करते है अब दूसरे पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की. ये हरियाणा के दो बार के सीएम रह चुके है. मोदी कैबिनेट में इन्हें आवास और शहरी मामले मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. वो स्मार्ट सिटी फ्लैगशिप प्रोग्राम के प्रभारी होंगे. खट्टर को इसके साथ ही ऊर्जा मंत्रालय का कार्यभार भी सौंपा गया है. 70 वर्षीय खट्टर 12 मार्च तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे, उसके बाद नायब सिंह सैनी ने उनकी जगह ली. हाल ही में उन्होंने करनाल निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और 2,32,577 मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की.
गिरिराज सिंह
बिहार के इस बार 8 मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिली है. बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में नए कपड़ा मंत्री बनाए गए हैं. इससे पहले वे बिहार सरकार में सहकारिता, पशुपालन और मत्स्य संसाधन विकास मंत्री रह चुके हैं. मोदी के पहले कार्यकाल में वे सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के पद पर कार्यरत थे.
धर्मेंद्र प्रधान
दरअसल, इस बार भी मोदी सरकार में धर्मेंद्र प्रधान शिक्षा मंत्री बने रहेंगे. 54 वर्षीय राजनेता धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र मोदी के पिछले दो कार्यकालों में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं. उन्होंने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, शिक्षा और कौशल विकास जैसे प्रमुख विभागों को संभाला है. उन्हें ओडिशा में बीजेपी का एक प्रमुख चेहरा माना जाता है. धर्मेंद्र प्रधान को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के सफल कार्यान्वयन का श्रेय दिया जाता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रधान के बेटे धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ खास संबंधों के लिए जाने जाते हैं.
जेपी नड्डा
भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख जेपी नड्डा को इस बार स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. पिछली बार जेपी नड्डा पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में भी स्वास्थ्य मंत्री थे. वहीं इस बार उन्हें स्वास्थ्य के साथ ही नड्डा को रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय की जिम्मेदारी भी दी गई है. बता दे कि जगत प्रकाश नड्डा पेशे से एक वकील भी रहे हैं. नड्डा, हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य और भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड सचिव रह चुके हैं. पहले वह हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री भी थे.
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