Mayuri
Good touch Bad touch in hindi: आज के बदलते इस दौर में दुनिया बदलकर आज उस पायदान पर आकर खड़ी हो गई है कि जहां हर किसी पर भरोसा असानी से नहीं किया जा सकता. Good touch Bad touch in hindi आज के समय में लोगों ने विश्वास की धज्जियां उड़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी है..अपराधों के मामले भी देश में चरम पर पहुंच गया है. सबसे बड़ी डराने वाली बात है कि ये है अपराध हर उम्र के लोगों के साथ हो रहे हैं…
चाहे 6 माह का बच्चा हो या फिर 80 साल के बजुर्ग सभी के साथ ऐसे अपराध आए दिन सुनने और देखने को को मिल रहे हैं कि रूह कांप जाए. देश में यौन शोषण के अपराधिक मामले रिकार्ड लेवल पर दर्ज होते हैं. Good touch Bad touch in hindi छोटे–छोटे बच्चों के साथ घिनौनी वारदातें होती हैं..कुछ समय पहले आपराधिक दिमाग वाले लोग समाज की वस्तुओं को निशाना बनाते थे, लेकिन हाल के वर्षों में ये छोटे बच्चों और शिशुओं को निशाना बनाने लगे हैं.
मानवता पशुता में ढ़लती जा रही है. छोटे बच्चों और शिशुओं को वो लोग निशाना बनाने लगे हैं. जो अपने यौन आकर्षण के लिए इनका गलत इस्तेमाल करते हैं क्योंकि इन्हें मालूम है कि कम उम्र के बच्चे कमजोर व नासमझ होते हैं और दूसरों से जल्दी घुल-मिल जाते हैं व दूसरों पर जल्दी विश्वास भी कर लेते हैं. इस तरह के ज्यादातर अपराधी घर में से ही या आस-पड़ोस या जान पहचान वाले ही होते हैं.
बच्चों को बताये Good Touch और Bad Touch के बारे में, सतर्क कैसे रहें?
Good touch Bad touch in hindi कई बार बच्चों को स्कूल कर्मचारी के साथ स्कूल ले जाने वाले ट्रांसपोर्ट के लोग भी ऐसे अपराध करते हैं. बच्चों के प्रति बढ़ते अपराध का मुख्य कारण बच्चों में जागरूकता की कमी होती हैं. माता–पिता अपना कर्तव्य केवल अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा, खाना-पीना, कपड़े पहनना, बड़ों का सम्मान करना और अच्छे संस्कार देने तक सीमित मानते हैं. लेकिन वर्तमान समय में बच्चों को यौन शिक्षा देने के साथ ही उन्हें Good touch Bad touch in hindi के बारे में बताना भी जरुरी विषय है.
बच्चे बेहद संवेदनशील होते हैं और साथ ही गुड टच और बैड टच समझाना भी अति संवेदनशील होता है, इसलिए माता-पिता के सामने सबसे बड़ी मुश्किल होती है बच्चों को इसके बारे में समझाना, कई बार माता-पिता इसे नजरअंदाज कर देते हैं क्योंकि प्राइवेट पार्ट्स के बारे में बातें करना समाज में टैबू समझा जाता है, लेकिन अपने बच्चों की खातिर इस टैबू को तोड़ना बेहद जरूरी है, हां थोड़ी शुरू में थोड़ी झिझक होती है लेकिन संयम और नियंत्रित भाषा के जरिए इसे आसानी से समझाया जा सकता है
- बच्चों को बताएं कि उनके प्राइवेट पार्ट्स उनकी बॉडी का हिस्सा हैं और इन्हें उसके अलावा कोई दूसरा नहीं छू सकता
- बच्चो से हमेशा बात करते रहें, उनसे पूछते रहें कि स्कूल में आज क्या हुआ, किसने उससे क्या कहा, क्या उसे कोई बात स्कूल में अच्छी नहीं लगी
- बच्चो से बेहद करीबी रिश्ता बना कर रखें, उसे हमेशा इस बात के लिए उत्साहित करें कि वो कुछ भी छुपाए नहीं, सब कुछ बताए
- अपने बच्चे को इस बात का भरोसा दिलाएं कि आप उसकी हर बात को अपने आप तक ही रखेंगे, उसका हर सीक्रेट छुपा कर रखेंगे
- बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में बताने के लिए इंटरनेट पर कई वीडियो भी हैं जिन्हें दिखाकर आप बेहद आसानी से समझा सकते हैं