Bangladesh: बांग्लादेश (Bangladesh) इस समय गंभीर अराजकता और हिंसा की चपेट में है. पड़ोसी देश बांग्लादेश के हालात पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज राज्यसभा में बयान दिया है. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अचानक भारत आने का अनुरोध किया, जिसे भारत सरकार ने तुरंत स्वीकृति दी और उनके सुरक्षित आगमन की व्यवस्था की.
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भारतीय नागरिकों की सुरक्षा
इसी कड़ी में आगे एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश (Bangladesh) में मौजूद अपने नागरिकों के संपर्क में है. इस वक्त वहां करीब 90 हजार भारतीय नागरिक मौजूद हैं. ढाका के भारतीय उच्चायुक्त और चिटगांव के सहउच्चायुक्त लगातार रिपोर्ट भेज रहे हैं.विदेश मंत्री ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटे में वहां स्थिति बहुत तेजी से बदली है. यह एक संवेदनशील मसला है और सरकार सदन से इस पर सहयोग चाहती है.
राजनीतिक तनाव और हिंसा
जयशंकर ने बताया कि जनवरी से ही बांग्लादेश (Bangladesh) में तनाव बना हुआ है. जून और जुलाई में वहां हिंसा की घटनाएं हुई. भारतीय सरकार बांग्लादेश की राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वहां हालात तेजी से बदल गए और शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा. चार अगस्त को स्थिति सबसे ज्यादा बिगड़ी.
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अल्पसंख्यकों पर हमले
आपको बता दे कि संसद में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि बांग्लादेश (Bangladesh) में अल्पसंख्यकों पर हमले चिंता का विषय हैं. शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं. भारतीय कम्युनिटी के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखा जा रहा है. कई छात्र भारत लौट चुके हैं और भारतीय उच्चायोग सक्रिय रूप से काम कर रहा है.
भारतीय नागरिकों की सुरक्षा की आशा
विदेश मंत्री ने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश (Bangladesh) की सरकार भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि भारतीय सरकार इस संवेदनशील मसले पर पूरी नजर बनाए हुए है और हर संभव कदम उठा रही है.
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‘हम वहां की राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में थे’
एस. जयशंकर ने कहा, “बांग्लादेश (Bangladesh) हमारे बहुत करीब है. जनवरी से वहां तनाव की स्थिति है और जून-जुलाई में हिंसा हुई. हम वहां की राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बांग्लादेश की स्थिति बदली और ऐसा हुआ कि शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा. 4 अगस्त को हालात सबसे ज्यादा बिगड़े और विशेषकर अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाएं चिंता का विषय हैं. शेख हसीना फिलहाल कुछ समय के लिए भारत में हैं. हम भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं और कई छात्र वापस लौट आए हैं. हमारा दूतावास सक्रिय है और हमें उम्मीद है कि वहां की सरकार हमारे नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करेगी. अल्पसंख्यकों पर हमले वाकई चिंता का विषय हैं. हम बांग्लादेश के संपर्क में हैं.”
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