Jahid Akhtar
औरैया: जिले में औचक निरीक्षण पर आए दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम आगरा के एमडी ने बुधवार को मंडलीय कार्यालय पहुंचकर बिजली अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान बकाया रेवेन्यू की धीमी वसूली पर अधिकारियों से नाराजगी जताई। वहीं उन्होंने प्रस्ताव पास होने में देरी के चलते छोटे-छोटे कामों को कराने में हो रही परेशानी को देखते हुए 20 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजने के निर्देश दिए। जिससे जरूरत पड़ने पर जिला स्तर के अधिकारी ही समस्या को दूर करा सकेंगे।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम आगरा के एमडी अमित किशोर बुधवार दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे यमुना रोड स्थित मंडलीय कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने अधिशासी अभियंता कार्यालय के बाहर स्थित बिल जमा करने के काउंटर पर बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं की लाइन देखी। इस दौरान एमडी ने उपभोक्ताओं से शहर में दी जा रही बिजली को लेकर जानकारी की। जिस पर लोगों ने पूरे दिन में निधाZरित 24 घंटे के रोस्टर के अनुसार आपूर्ति न मिलने की शिकायत की।
बिजली अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
इसके उपरांत एमडी ने मंडलीय कार्यालय पहुंचकर बिजली अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने जिले भर के बिजली बकाएदारों से रुपया वसूल करने के निर्देश दिए। साथ ही बिजली चोरी रोकने में की जा रही ढिलाई पर अधिकारियों व कर्मचारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए। कहा कि बिजली चोरी रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाएं। जिससे विभाग का घाटा हाेने से बचाया जा सके। एमडी अमित किशोर ने बताया कि उनकी ओर से जिले भर में बकाया पड़े बिजली विभाग के रेवेन्यू को वसूलने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बिलिंग संबंधी समस्या लेकर आने वाले उपभोक्ताओं की समस्या दूर कराने के निर्देश दिए। जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सके। वहीं उन्होंने रिवैंप योजना की धीमी गति को लेकर भी नाराजगी जताई। कहा कि कार्य में की जा रही शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।
निरीक्षण व समीक्षा बैठक के बाद एमडी ने बताया कि उनकी ओर से जिले भर में बहुत ही जरूरी छोटे-छोटे कामों को अब जिला स्तर के अधिकारियों के माध्यम से दूर कराए जाने की बात कही। बताया कि इसके लिए 20 करोड़ तक का प्रस्ताव बनाकर शासन को स्वीकृति के लिए भेज दें। जिससे समय रहते बजट जारी हो सके। बैठक में अधीक्षण अभियंता बृजमोहन, अधिशासी अभियंता सदर लेखराज सिंह, अधिशासी अभियंता दिबियापुर नरेंद्र प्रकाश के अलावा अन्य उप खंड अधिकारी व अवर अभियंता आदि कर्मचारी मौजूद रहे।