लखनऊ संवाददाता : मोहम्मद कलीम
लखनऊ : लोकबंधु अस्पताल के साथ अन्य नर्सिंग होम के बाहर दो पहिया वाहनों को चुराने वाले एक गिरोह के तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरोह का सरगना अपनी गर्ल फ्रेंड की शौक पूरा करने के लिए उसके भाई और दोस्त के साथ मिलकर वाहन चोरी का गिरोह चला रहा था। इनकी निशान देही पर चोरी के 17 वाहन बरामद हुए।
इनके पास से बाइक का लॉक तोड़ने की मास्टर की भी बरामद हुई है। पुलिस इनके अपराधिक इतिहास का पता लगा रही है। डीसीपी साउथ विनीत जायसवाल ने बताया वाहन चोरों का आपराधिक इतिहास का पता लगाने के साथ चोरी की बाइक खरीदने वालों की भी जानकारी की जा रही है।
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मेंहदीखेडा में किराए से रहता था चोर – इंस्पेक्टर
कृष्णानगर इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने कृष्णानगर नटखेड़ा के दीपक शर्मा, नेपाल निवासी विनोद सिंह, और पारा काशीराम कालोनी के प्रियांशू को सोमवार को पकड़ा गया। दीपक ने बताया कि विनोद लखनऊ में मानकनगर के मेंहदीखेडा में किराए के मकान में रहता है। उसके साथ वाहन चोरी शुरू की। जिसके बाद प्रियांशू भी जुड़ गया। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि यह लोग लोकबंधु और शहर के अन्य अस्पतालों के बाहर से वाहन चुराते है।
क्योंकि तीमारदार मरीज की दवाई और जांच में व्यस्त होने के चलते देर तक बाइक पर ध्यान नहीं देता। इतनी देर में बाइक चुराकर ठिकाने लगा दी जाती है। गिरफ्तारी के वक्त तीनों चोरी की स्कूटी पर जा रहे थे। जो 4 दिन पहले रात में लोक बन्धु अस्पताल की इमरजेन्सी के पास चुराई गई थी। वाहनों का लॉक तोड़ने के लिए एक मास्टर की का इस्तेमाल करते थे। उसके बाद चोरी के वाहनों को कांशीराम कालोनी के पीछे झाडियों में छिपा देते थे।
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अपराधी ने दिया ये बयान
वाहन चोर दीपक ने बताया कि, मैं अपनी गर्ल फ्रेंड के शौक पूरा करने के लिये उसके छोटे भाई और दोस्त को साथ लेकर दोपहिया वाहन चोरी करता था। चोरी के वाहन बेचने के बाद जो पैसा मिलता था उसके लिये महंगे गिफ्ट खरीदकर देता था। अभियुक्त अंश सिंह मूलतः नेपाल का रहने वाला है परिवार के साथ मानकनगर में रह रहा है। इसके आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में नेपाल से भी जानकारी की जा रही है।