Lucknow News: लखनऊ में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आने वाली है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) द्वारा राजधानी में 103 एकड़ क्षेत्रफल में एक विशेष शैक्षिक क्षेत्र तैयार किया जाएगा, जो उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एजुकेशन हब बनेगा। इस क्षेत्र को दुबई और कतर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, जहां एक ही स्थान पर प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और उच्च शिक्षा की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत बनाई जा रही है, जिसमें छात्रों को शिक्षा के हर स्तर पर आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
बैठक में योजना का खाका तैयार
इस विशेष शैक्षिक क्षेत्र को विकसित करने के लिए शनिवार को लखनऊ विकास प्राधिकरण के पारिजात सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्यमंत्री के वित्तीय सलाहकार के.वी. राजू, प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एम.पी. अग्रवाल और एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक में योजना का खाका तैयार किया गया, जिसमें शिक्षा क्षेत्र को आधुनिक और वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने पर विशेष जोर दिया गया।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एलडीए ने दी जानकारी
एलडीए ने अपनी योजना के बारे में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करके जानकारी साझा की है। पोस्ट के अनुसार, इस विशेष शैक्षिक क्षेत्र में प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक की सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध होंगी। इस योजना का उद्देश्य न केवल लखनऊ बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में बड़े बदलाव लाना है।
शैक्षिक क्षेत्र के लिए चुना गया मोहान रोड क्षेत्र
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इस विशेष शैक्षिक क्षेत्र के लिए मोहान रोड योजना को चुना है। यह क्षेत्र लगभग 103 एकड़ में फैला होगा, जिसमें दुबई और कतर जैसे देशों की तर्ज पर शिक्षा से संबंधित सभी बुनियादी ढांचे विकसित किए जाएंगे। यहां छात्रों को न केवल शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में नए निवेश और विश्वविद्यालयों के लिए भी यह एक आकर्षक विकल्प होगा।
शिक्षा क्षेत्र के निवेशकों के लिए आकर्षक योजना
एलडीए ने शिक्षा क्षेत्र में निवेशकों और विश्वविद्यालयों को आकर्षित करने के लिए कई आकर्षक विकल्प पेश किए हैं। इनमें 25 प्रतिशत भुगतान पर भूमि का कब्जा और लीज रेंटल प्लान जैसे विकल्प शामिल हैं। इसके साथ ही, एजुकेशन फैकल्टी के लिए आवासीय सुविधा के तौर पर आसपास के क्षेत्रों में ग्रुप हाउसिंग प्लॉट भी विकसित किए जाएंगे। यह विशेष शैक्षिक क्षेत्र 60 मीटर और 45 मीटर चौड़ी सड़कों के साथ एक एजुकेशनल सिटी के रूप में उभरेगा, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।
दुबई और कतर की तर्ज पर होगा शैक्षिक क्षेत्र का विकास
इस विशेष शैक्षिक क्षेत्र को दुबई और कतर जैसे देशों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा, जहां एक ही स्थान पर छात्रों को शिक्षा के विभिन्न स्तरों की सुविधा मिलेगी। यह योजना लखनऊ के शिक्षा के क्षेत्र को एक नई पहचान देगी, जिससे यह शहर उत्तर प्रदेश का प्रमुख शैक्षिक केंद्र बनेगा।
लखनऊ के लिए बड़ा अवसर
इस योजना के माध्यम से लखनऊ न केवल उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एजुकेशन हब बनेगा, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक उदाहरण पेश करेगा। दुबई और कतर की तर्ज पर बनने वाला यह शैक्षिक क्षेत्र स्थानीय छात्रों के साथ-साथ अन्य राज्यों और देशों के छात्रों को भी आकर्षित करेगा।
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निवेशकों के लिए सुनहरा मौका
लखनऊ में बनने वाला यह विशेष शैक्षिक क्षेत्र न केवल छात्रों के लिए बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करने वालों के लिए भी एक सुनहरा अवसर साबित होगा। इस योजना के तहत, शिक्षा संस्थानों को अपने परिसर स्थापित करने के लिए बेहतर अवसर और सुविधाएं दी जाएंगी। इसके साथ ही, स्थानीय निवासियों को भी रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
लखनऊ में इस विशेष शैक्षिक क्षेत्र का विकास न केवल शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग होगी, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। यह योजना छात्रों को वैश्विक मानकों पर शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देगी और शिक्षा के क्षेत्र में निवेशकों के लिए नए अवसर पैदा करेगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण की इस पहल से लखनऊ जल्द ही शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा।