औरैया संवाददाता- जाहिद अख्तर
औरैया: जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में आयोजित खरीद विपणन कार्य 2023-24 के अंतर्गत धान क्रय कार्य में नियुक्त कार्मिकों की प्रशिक्षण संबंधी कार्यशाला में निर्देश दिए कि अधिक से अधिक धान उत्पादक कृषकों का पंजीकरण कर धान क्रय करना सुनिश्चित करें इसके लिए केंद्र पर आवश्यक आधारभूत सुविधाएं व्यवस्थित हो जिससे कृषकों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न होने पाए और वह अपनी धान की उपज को निर्धारित मूल्य पर विक्रय कर लाभ ले सकें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए की सभी संबंधित क्रय केंद्र प्रभारी बैनर, स्लोगन बारदाना आदि की समुचित व्यवस्था करें जिससे क्रय की गई उपज को व्यवस्थित ढंग से सुरक्षित रखा जा सकें।
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समस्या का तत्काल निराकरण
जिलाधिकारी ने कहा कि पंजीकरण का संबंधित उप जिलाधिकारी सत्यापन भी कराये। जिससे कृषकों को विक्रय करने में किसी प्रकार की कोई अड़चन पैदा न हो। उन्होंने कहा कि कांमन धान का मूल्य 2183 रुपए प्रति कुंतल तथा ग्रेड ए धान का मूल्य 2203 रुपए प्रति कुंतल निर्धारित है। उन्होंने कृषकों से अपेक्षा की कि वह अपने धान की उपज को क्रय केंद्रों पर ही विक्रय करें और सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य प्राप्त करें। यदि किसी प्रकार की कोई परेशानी आती है, तो कंट्रोल रूम में स्थापित फोन नंबर 05683-249668 तथा मोबाइल नंबर 8564098675 व 7078640500 पर अवगत करा सकते हैं। जिससे आपकी समस्या का तत्काल निराकरण किया जा सके। जनपद में कुल संचालित धान क्रय केंद्र 34 है।
अपना धान विक्रय कर सकते
जिसमें विपणन शाखा के 14, पीसीएफ के 08, पीसीयू के 07, यूपीएसएस के 03, भारतीय निगम एवं मंडी परिषद का एक-एक संचालित है। जहां क्षेत्रीय कृषक अपनी सुविधा अनुसार अपना धान विक्रय कर सकते हैं। समस्त धान क्रय केंद्र प्रातः 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुले रहेंगे। धान क्रय केंद्र रविवार एवं राजपत्रित अवकाश को छोड़कर शेष कार्य दिवसों में निर्धारित समय पर संचालित होंगे। उन्होंने सभी संबंधितों को निर्देश दिए कि धान क्रय के साथ ही भंडारण प्रक्रिया सतत रखी जाए जिससे क्रय धान भीगने न पाए।
कृषकों को टोकन भी जारी किया
उन्होंने सभी केंद्र प्रभारियों को यह भी निर्देश दिए कि केंद्र पर बोरो की भराई, सिलाई, उतराई, चढ़ाई का कार्य नियमानुसार किया जाए इसमें किसी प्रकार की शिथिलता/ शिकायत प्राप्त होने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कृषकों से फसल विक्रय हेतु संवाद किया जाए साथ ही केंद्र पर इसकी पंजिका भी उपलब्ध रहे जिससे यह भी ज्ञात हो कि कितने कृषकों से धान क्रय हेतु वार्ता की गई तथा निरीक्षण पंजिका भी रखी जाए और जिसमें निरीक्षण अधिकारी द्वारा अपनी निरीक्षण टिप्पणी अंकित की जाए। उन्होंने कहा कि बारदाना आदि की उपलब्धता संबंधित केंद्र प्रभारी/संबंधित क्रय केंद्र एजेंसी सुनिश्चित करें तथा केंद्र पर आने वाले कृषकों को टोकन भी जारी किया जाए।
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केंद्र प्रभारी लाइव लोकेशन भी लगायें
किसी भी स्थिति में धान क्रय विक्रय के कार्य में किसी की मध्यस्थता नहीं होनी चाहिए। सीधे कृषक के संपर्क में रहे और उसी के बैंक खाते में भुगतान का प्रेषण किया जाए। किसी भी स्थिति में धान उत्पादक कृषक को क्रय केंद्र से वापस न किया जाए और मानक के अनुरूप नमी आदि की जांच करते हुए समिति के द्वारा ही स्वीकार/अस्वीकार का निर्णय लिया जाए। क्रय किए धान का प्रेषण संबंधित धान मील को नियमानुसार किया जाएं। सभी केंद्र प्रभारी लाइव लोकेशन भी लगायें।
अपने-अपने लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करें
कार्य की साप्ताहिक/पाक्षिक समीक्षा की जाएगी इसलिए सभी संबंधित अपने-अपने लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस दौरान निर्धारित केंद्रों पर बाजारा की फसल को भी क्रय किया जाए और समस्त प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाएं। उक्त अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेंद्र पाल सिंह, उप जिलाधिकारी सदर अखिलेश कुमार, उप जिलाधिकारी बिधूना निशांत तिवारी, जिला खाद्य विपणन अधिकारी बृजेश कुमार यादव सहित सभी संबंधित क्रय केंद्र प्रभारी उपस्थित रहें।