झाँसी- भारत नामदेव
Jhansi: झाँसी में तेरहवीं कांड में बीमार हुए एक मरीज की बुधवार को संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। मृतक के भतीजे का कहना है कि काम करते वक्त अचानक चाचा के पेट में तेज दर्द हुआ और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। ग्रामीण की मौत के बाद दहशत का माहौल हो गया। मौत की सूचना लगते ही उपजिलाधिकारी मनोज कुमार सरोज, पुलिस क्षेत्राधिकार हरिमोहन, तहसीलदार प्रभात कुमार सिंह अस्पताल पहुंचे और परिजनों से जानकारी ली पुलिस ने शो को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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भतीजे स्वतंत्र सिंह और बड़े भाई बृजबिहारी ने बताया
मृतक के भतीजे स्वतंत्र सिंह और बड़े भाई बृजबिहारी ने बताया कि 27 अक्टूबर को पूर्व प्रधान लखन सिंह राजपूत के पिता की गांव में त्रयोदशी थी कल्याण सिंह ने रात 8:00 बजे खाना खाया जिसके बाद से उसकी तबीयत खराब हो गई गांव में लगे मेडिकल कैंप से कल्याण सिंह ने दवा ली, और वह दवा का सेवन कर रहा था बुधवार सुबह कल्याण सिंह दही से घी निकला रहे थे, इस दौरान अचानक उनके पेट में तेज दर्द हो गया थोड़ी देर बाद वह जमीन पर बेहोश हो गए गिर गया, तत्काल ग्रामीणों की मदद से 112 पुलिस के माध्यम से कल्याण सिंह को मोठ ड्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित बता दिया।
पुलिस महकमे समेत प्रशासन में दहशत का माहौल
मौत के बाद झाँसी पुलिस महकमे समेत प्रशासन में दहशत का माहौल है, लेकिन अभी तक कोई भी मेडिकल टीम बड़ौदा गांव नहीं पहुंची मोठ स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक माता प्रसाद राजपूत का कहना है कि बड़ौदा के कल्याण सिंह को पुलिस के द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जब उसकी जांच की गई तो वह पहले से ही मृत था वहीं इस पूरे मामले में पुलिस को सूचना दे दी गई है।
मीडिया से बचत नजर आया तहसील प्रशासन
मोठ तहसील के अधिकारी मीडिया को कोई भी जानकारी नहीं दे रहे हैं, बरौदा कांड पर तहसील प्रशासन पूरी तरीके से चुप्पी साधे हुए हैं। ग्राम बरौदा में 6 दिन बाद भी हाल बेहाल है, लोग मेडिकल कैंप में दवा लेने पहुंच रहे हैं। अब लोगों को सीने में दर्द की शिकायत अधिक आ रही है, जिससे ग्रामीण इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। सीने में दर्द वाले मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।