US News: अमेरिका के जॉर्जिया स्थित अपालाची हाईस्कूल में बुधवार सुबह (स्थानीय समयानुसार) एक भयावह गोलीबारी (Shooting at Georgia high school) की घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 9 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। गोलीबारी के बाद स्कूल को लॉकडाउन कर दिया गया और पुलिस एवं मेडिकल टीमें मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
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हमले का संदिग्ध 14 वर्षीय छात्र हिरासत में
यह गोलीबारी सुबह करीब 10:23 बजे हुई, जिससे पूरे स्कूल और आसपास के इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, घटना के तुरंत बाद पुलिस ने स्कूल को घेर लिया और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। सैकड़ों छात्रों और शिक्षकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। बारो काउंटी शेरिफ के कार्यालय ने बयान जारी कर बताया कि फायरिंग करने वाले छात्र की उम्र 14 साल है। हालांकि, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वह संदिग्ध छात्र स्कूल का ही था या नहीं। इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और स्थिति को काबू में करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को भी बुलाया गया।
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राष्ट्रपति बाइडन ने जताया दु:ख
इस दर्दनाक घटना के बाद व्हाइट हाउस और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गहरी संवेदना व्यक्त की। बाइडन ने इस घटना को “एक और भयावह बंदूक हिंसा” करार दिया और रिपब्लिकन पार्टी से इस मुद्दे पर कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हम इसे सामान्य नहीं मान सकते, न ही इसे अनदेखा कर सकते हैं। हमें बंदूक हिंसा को रोकने के लिए एकजुट होकर काम करना होगा। बंदूक सुरक्षा कानून पारित करने के लिए हमें अब निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है।” उन्होंने यह भी कहा कि बंदूक हिंसा से हमारे समुदायों का ताना-बाना टूट रहा है और स्कूलों में जहां बच्चों को शिक्षा मिलनी चाहिए, वहां अब वे जान बचाने की तरकीबें सीख रहे हैं।
बंदूक हिंसा से निपटने के लिए बाइडन का आह्वान
राष्ट्रपति बाइडन ने अपने संबोधन में गहरे अफसोस के साथ कहा कि अब हमारे बच्चों को स्कूल में पढ़ने-लिखने के बजाय छिपने और जान बचाने की तकनीकें सिखाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस स्थिति को बदले बिना हम सुरक्षित भविष्य की कल्पना नहीं कर सकते। बाइडन ने बंदूक सुरक्षा कानून को पारित करने के लिए संसद में डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर काम करने की अपील की और कहा कि बंदूक हिंसा पर अंकुश लगाने के लिए अब ठोस कदम उठाने की सख्त जरूरत है।
घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गोलीबारी में दर्जनों लोग घायल हुए हैं। कुछ लोग गोली लगने से घायल हुए, जबकि कुछ अन्य भगदड़ मचने के कारण घायल हो गए। एक व्यक्ति को एयर एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया। जॉर्जिया ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (GBI) ने पुष्टि की है कि अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है, और करीब दर्जनभर लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों की स्थिति को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और ट्रंप की प्रतिक्रिया
इस घटना की निंदा करते हुए अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा, “यह बेहद दुखद है कि हर दिन माता-पिता को अपने बच्चों को इस चिंता के साथ स्कूल भेजना पड़ता है कि वे सुरक्षित वापस लौटेंगे या नहीं।” वहीं, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे इन नन्हे बच्चों को एक बीमार मानसिकता वाले व्यक्ति ने बहुत जल्दी छीन लिया।”
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बंदूक कानूनों पर बहस फिर हुई तेज
इस गोलीबारी की घटना के बाद अमेरिका में बंदूक कानूनों को लेकर बहस एक बार फिर तेज हो गई है। व्हाइट हाउस ने संसद से तत्काल कार्रवाई की अपील करते हुए कहा कि वैश्विक पृष्ठभूमि की जांच, उच्च क्षमता वाले मैगजीन पर प्रतिबंध और सुरक्षित आग्नेयास्त्र भंडारण जैसे कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जीन पियरै ने कहा, “हमें नेशनल रेड फ्लैग कानून को पारित करने के लिए गंभीरता से काम करना होगा, ताकि इस तरह की हिंसाओं को रोका जा सके।” इस घटना ने पूरे अमेरिका में फिर से हिला कर रख दिया है।
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