Bitcoin Price: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद पूरी दुनिया की नजर चुनाव के नतीजों पर टिकी है मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए हुए चुनाव के बाद शुरु हुई मतगणना के शुरुआती दौर में डोनाल्ड ट्रंप अपनी प्रतिद्वंदी कमला हैरिस को लीड करते दिखाई दे रहे हैं जिसके बाद से ट्रंप के जीतने की संभावना बढ़ती दिखाई दे रही है। इस बीच डोनाल्ड ट्रंप के जीतने की संभावना को देखते हुए दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी यानी बिटक्वाइन (Bitcoin) की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल देखा गया है।
मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन, ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की आहट पर नए रिकॉर्ड कायम किए हैं। चुनाव परिणाम अभी घोषित नहीं हुए हैं, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में रिपब्लिकन पार्टी की मजबूत स्थिति ने बिटकॉइन के मूल्य में जोरदार उछाल ला दिया है। सोमवार को बिटकॉइन ने 75,000 डॉलर का स्तर छुआ, जो इसका अब तक का सबसे ऊंचा मूल्य है।
बिटक्वाइन की कीमतों में अब तक का सबसे बड़ी उछाल
आपको बता दें कि,अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप शुरु से बिटक्वाइन के समर्थक रहे हैं उन्होंने कई मौकों पर अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाने की वकालत की है क्रिप्टो करेंसी में अमेरिका की कुल जनसंख्या की 16 फीसदी आबादी ने निवेश कर रखा है अमेरिका में क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों की सबसे अधिक संख्या युवाओं की है जो अब भी अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा क्रिप्टो करेंसी में निवेश करते हैं। बिटकॉइन का अब तक का सबसे ऊंचा रिकॉर्ड हाई 73,797.68 डॉलर था, जो 14 मार्च को देखा गया था।
इसके बाद बिटकॉइन की कीमत 70,000 डॉलर से नीचे गिर गई थी। हाल के दिनों में, बिटकॉइन ने 9.28% की बढ़त के साथ 74,362.19 डॉलर के स्तर को छुआ। वहीं, इसने 75,011.06 डॉलर का नया रिकॉर्ड भी बनाया। इस रिकॉर्ड के साथ क्रिप्टोकरेंसी ने अपने पिछले उच्चतम स्तर को पार किया, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
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ट्रंप के लीड करते 75 हजार अमेरिकी डॉलर पहुंची बिटक्वाइन की कीमत
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिप्टो करेंसी को बढ़ावा देकर निवेशकों और खासतौर पर युवाओं को अपनी ओर लुभाने की कोशिश की है जो चुनाव में एक बड़ी भूमिका अदा करने का माद्दा रखते हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के दौरान क्रिप्टो करेंसी अपने अब तक के इतिहास में सबसे उच्च स्तर के उछाल पर पहुंची है डोनाल्ड ट्रंप के जीतने की संभावना के चलते क्रिप्टो करेंसी 75 हजार अमेरिकी डॉलर के उच्चतम स्तर को पार कर गया है।
पिछले अमेरिकी चुनावों में भी बिटकॉइन ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
2012 में चुनाव के बाद बिटकॉइन ने 90 दिनों में 87% का रिटर्न दिया था, वहीं 2016 में यह 44% और 2020 में 145% तक बढ़ा था। इसका एक कारण यह भी है कि चुनावी साल अक्सर बिटकॉइन के हैल्विंग सालों से मेल खाते हैं, जिससे इसकी आपूर्ति घट जाती है और कीमतें बढ़ जाती हैं। इस बार भी चुनाव के बाद अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी मीटिंग से उम्मीद है कि ब्याज दरों में और कमी हो सकती है, जिससे बिटकॉइन के लिए सकारात्मक माहौल बनेगा।
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एलन मस्क का क्रिप्टो करेंसी में 140 मिलियन डॉलर का निवेश
दुनिया के सबसे रईस शख्सियत टेस्ला कंपनी के मालिक और डोनाल्ड ट्रंप के कट्टर समर्थक एलन मस्क (elon musk) भी क्रिप्टो करेंसी के पक्षधर रहे हैं एलन मस्क ने क्रिप्टो करेंसी में 140 मिलियन डॉलर का निवेश कर रखा है इसके अलावा उन्होंने बिटक्वाइन,इथेरियम,डॉगेक्वाइन और शिबाइनु में भी निवेश कर रखा है।बिटक्वाइन में निवेश करने वाले लोग अमेरिकी चुनाव पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं शुरुआती रुझानों में ट्रंप को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है जिसके कारण आज सुबह क्रिप्टो करेंसी में अब तक सबसे उच्च स्तर का उछाल देखा गया है।
9 फीसदी से अधिक तक पहुंची कीमत
बिटक्वाइन की कीमतों में आज 9 फीसदी से अधिक का उछाल आया है सुबह 10 बजे तक बिटक्वाइन की कीमत 7.03 फीसदी उछाल के साथ 74 हजार 263.37 पर ट्रेंड कर रही थी। इसके बाद जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ती रही और ट्रंप लीड करते रहे उसके बाद यह उछाल 9 फीसदी से अधिक तक पहुंच गया।