UP Police Exam: उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police Exam) में आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा शुक्रवार से शुरू होगी. इस परीक्षा के लिए 67 जिलों में 1,174 परीक्षा केंद्रों पर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं.सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने की अफवाहें फैलाने वालों पर पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है. टेलीग्राम चैनल्स पर इस तरह के संदेश प्रसारित करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. इस मामले में पुलिस भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है.
Read More: Stree 2 का बॉक्स ऑफिस पर धमाल, श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की फिल्म ने 300 करोड़ क्लब में बनाई जगह
टेलीग्राम चैनल्स और सोशल मीडिया पर चल रहे फर्जीवाड़े
बताते चले कि भर्ती बोर्ड की मीडिया सेल के प्रभारी इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार ने एफआईआर में बताया कि कुछ शरारती तत्व टेलीग्राम चैनल्स जैसे @upp paper leak 2024, @VENOM, PROOF OF STUDENT के माध्यम से फर्जी प्रश्नपत्र वायरल कर रहे हैं. इसके साथ ही क्यूआर कोड भेजकर अभ्यर्थियों से रुपये मांगने की कोशिश की जा रही है. इसमें शामिल अन्य टेलीग्राम अकाउंट्स का भी पता लगाया जा रहा है, जिससे इस फर्जीवाड़े को रोका जा सके.
इसके अलावा, शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, मनु कुमार, कपिल, और सिद्घार्थ गुप्ता के नाम भी एफआईआर में आरोपी के तौर पर दर्ज किए गए हैं, जो यूपीआई आईडी के जरिए रुपये मांगने में संलिप्त थे. डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म का क्यूआर कोड भी इस फर्जीवाड़े में शामिल है, और पुलिस इन सभी तक पहुंचने के लिए बैंक डिटेल्स की मदद ले रही है.
सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह पर भी आरोप
आपको बता दे कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही इस अफवाह के मामले में सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह का नाम भी सामने आया है. उनके एक्स अकाउंट (@yasarshah_sp) से भर्ती पेपर लीक होने का असत्य और अपमानजनक पोस्ट किया गया था. एफआईआर में दावा किया गया है कि यासर शाह ने भी अन्य आरोपियों की तरह अलग-अलग ग्रुप्स और अकाउंट्स बनाए हैं, जिनका इस्तेमाल कर क्यूआर कोड के जरिए धन उगाही की जा रही है और शासन की छवि धूमिल करने की कोशिश हो रही है.
Read More:‘प्रदेश को दशकों पीछे धकेल दिया..’ Akhilesh Yadav ने बीजेपी पर कसा तंज
पुलिस की अभ्यर्थियों से अपील
पुलिस अधिकारियों ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और बिना किसी संदेह के परीक्षा में शामिल हों. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति उनसे पेपर लीक की बात कर संपर्क करे और पैसे मांगे, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें. ऐसे फर्जीवाड़ों और अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस, एसटीएफ, और अन्य एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है. सोशल मीडिया की भी निगरानी की जा रही है ताकि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके.