UP News: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra Lucknow express way) पर थाना नगला खंगर क्षेत्र में देर रात एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई। बहराइच से दिल्ली जा रही स्लीपर कोच बस बालू से भरे खड़े ट्रक में पीछे से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में बस चालक समेत तीन लोगों की मृत्यु हो गई और 87 सवारियां घायल हो गईं। घटना के तुरंत बाद सवारियों में चीख-पुकार मच गई।
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हादसे की सूचना पर प्रशासन हरकत में
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। एसपी ग्रामीण कुमार रणविजय सिंह, सिरसागंज एसडीएम सत्येंद्र सिंह और इंस्पेक्टर नगला खंगर गिरीश कुमार ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों की निगरानी की। घायलों को सैफई पीजीआई और शिकोहाबाद के जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
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हादसे की स्थिति
यह घटना रात लगभग एक बजे की है। बालू से भरा ट्रक एक्सप्रेसवे के किनारे खड़ा था। इस बीच बहराइच से दिल्ली जा रही स्लीपर कोच बस अचानक उससे टकरा गई। दुर्घटना में 40 वर्षीय बस चालक इरफान निवासी हापुड़, 45 वर्षीय रामदेव निवासी राम नगर बहराइच और एक अन्य अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई। बस में कुल 120 सवारियां थीं, जिनमें से 87 घायल हो गईं। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जबकि बाकी सवारियों को अन्य वाहनों से उनके गंतव्य तक भेज दिया गया।
थाना नगला खंगर के इंस्पेक्टर गिरीश कुमार ने बताया कि हादसे की मुख्य वजह बस चालक को नींद की झपकी आना है। इससे पहले भी कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं, जो नींद में चलाने के कारण होते हैं।
प्रशासन की तत्परता
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया। एसपी ग्रामीण कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि प्रशासन की पूरी कोशिश है कि घायलों को जल्द से जल्द बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले और उनके परिजनों को सूचित किया जा सके। एसडीएम सत्येंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासन ने घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही उनके परिवारों से संपर्क साधा है।
आम होती जा रही हैं सड़क दुर्घटनाएं
इस तरह की दुर्घटनाएं हमारे देश की सड़कों पर आम होती जा रही हैं, जो बेहद चिंताजनक है। हादसे का मुख्य कारण नींद में वाहन चलाना है, जो न केवल चालक बल्कि यात्रियों के जीवन के लिए भी घातक साबित होता है। यह आवश्यक है कि बस चालकों और अन्य भारी वाहनों के चालकों को पर्याप्त आराम दिया जाए ताकि वे सुरक्षित रूप से वाहन चला सकें। इसके साथ ही, यातायात नियमों का कड़ाई से पालन और ट्रक एवं बसों के लिए विशेष लेन बनाने की भी आवश्यकता है।
हमारी सड़कों पर सुरक्षा को प्राथमिकता देने की जरूरत है ताकि इस प्रकार की दुःखद घटनाओं को रोका जा सके। प्रशासन द्वारा तत्परता से राहत कार्य करना सराहनीय है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिक सावधानी और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। हम सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी आए और लोगों का जीवन सुरक्षित रहे। इस हादसे से हमें सबक लेना चाहिए और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के साथ-साथ, सरकार को भी सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं न हों।