Bijnor News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद के किरातपुर क्षेत्र के गांव भनेड़ा में लोन की किश्तों की अदायगी को लेकर हुए विवाद ने एक दर्दनाक मोड़ ले लिया। मंगलवार को लोन की किश्तों के विवाद में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट में एक आक्रोशित युवक ने चारपाई पलट दी, जिसपर 13 महीने की बच्ची सोई हुई थी। बुधवार की सुबह बच्ची की मौत हो गई, जिससे परिवार में कोहराम मच गया। मामूली से विवाद ने एक मासूम की जान ले ली।
लोन की किश्तों को लेकर हुआ विवाद
गांव भनेड़ा में सोनू पुत्र बाबूराम के घर पर लक्सर (उत्तराखंड) से एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी लोन की किश्त की अदायगी के लिए आए थे। बताया गया कि इस दौरान लोन की किश्तों को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। गांव के हितेश और सुमित पुत्रगण हुक्म सिंह व कर्मवीर पुत्र चन्ना ने सोनू के घर में घुसकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। मारपीट के दौरान गुस्से में हितेश ने चारपाई पलट दी, जिस पर 13 महीने की काव्या पुत्री सोनू सोई हुई थी। चारपाई पलटने से बच्ची नीचे गिर गई और मामूली रूप से चोटिल हो गई। फाइनेंस कंपनी के कर्मियों द्वारा बीच-बचाव कराया गया, लेकिन तब तक घटना गंभीर हो चुकी थी।
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समय से अस्पताल जाते तो बच जाती मासूम की जान
सोनू और उसकी पत्नी रूपम ने घटना की सूचना भनेड़ा चौकी पर दी, लेकिन पुलिस द्वारा कोई सुनवाई न होने पर वे थाने पहुंचे, जहां उनकी तहरीर ली गई। बुधवार सुबह बच्ची काव्या की हालत बिगड़ने पर उसे निजी चिकित्सक को दिखाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत की खबर पर थाना प्रभारी तेजपाल सिंह गांव में पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाया और पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया।
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आरोपी फरार, कार्यवाही में जुटी पुलिस
क्षेत्राधिकारी नजीबाबाद देश दीपक सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और कहा कि बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद से आरोपी फरार हो गए हैं। लोन की किश्तों को लेकर हुए विवाद ने एक मासूम की जान ले ली, जो बहुत ही दु:खद है। पुलिस की निष्क्रियता ने इस मामले को और भी गंभीर बना दिया है।
ऐसे मामलों में पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि ऐसी त्रासदियाँ रोकी जा सकें। हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता, बल्कि यह और भी समस्याएँ पैदा करती है। हमें अपने समाज को शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाने के लिए अपने व्यवहार में संयम और समझदारी का परिचय देना होगा। इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को जल्द से जल्द पकड़कर सख्त सजा दी जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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