संवाददाता:नीतीश कुमार शर्मा
भागलपुर: बिहार के भागलपुर में पश्चिमी बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले दो युवक साइकिल के केदारनाथ सहित चार धाम की यात्रा पर जाने के दौरान , कुछ देर खड़े और यात्रा के बारे में बातचीत की, लोगों ने बताया कि हम लोग मध्यवर्गीय परिवार से आते हैं। हमारे पिता ड्राइवर हैं कम खर्च में चार धाम की यात्रा करने के लिए हमने साइकिल से यात्रा करने की ठानी है।
यमुनोत्री तक की यात्रा
इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण और साइकिल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भी उन लोगों ने इन सवारी को चुना। बुधवार को उनकी यात्रा का सातवां दिन है पश्चिमी बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के निमटीटा गांव निवासी बप्पा दास व पाकुड़ जिले के चंदनपुर के अष्टम दास ने यह यात्रा 26 जुलाई से शुरू की है । दोनों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, होते हुए यमुनोत्री तक की यात्रा साइकिल से करेंगे। दोनों प्रतिदिन करीब 7 से 70 किलोमीटर की दूरी दिन भर में तय करते हैं। वह इसके साथ ही वह लोग गांव गांव में पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देते हैं साथ ही जल संरक्षण एवं वृक्ष बचाने का संदेश देते हुए अपनी यात्रा कर रहे है।
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पिछले 1 साल से बन रही थी प्लानिंग
26 जुलाई को यात्रा पर निकले थे यात्रा की प्लानिंग पिछले 1 साल से बन रही थी। पर्यावरण हम लोगों को संरक्षण करना चाहिए ऐसा संदेश देते हुए, आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि कुरौना काल के दौरान देखा गया था , कि शहरों में प्रदूषण के कारण ज्यादा परेशानी आई थी बप्पा दास रास्ते में रात्रि विश्राम में होती है।
500 -1000 से कुछ लोग हमारी मदद करते हैं
परेशानी दोनों युवक साधारण परिवार से हैं लोगों ने बताया कि कम खर्च में हम रात्रि विश्राम करते हुए , अपनी यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं यात्रा के दौरान खर्च में अभी तक कोई स्कॉलरशिप नहीं मिला है । 500 -1000 से कुछ लोग हमारी मदद करते हैं कई जगह पर कुछ लोग हमें खाना खिला देते हैं, वैसे यात्रा के दौरान काफी परेशानी आ रही है , फिर भी हम लोग ज्यादा से ज्यादा सफर करने का 1 दिन में लक्ष्य रखते हैं। वैसे अगर कहीं किसी दिन यात्रा में विश्राम की अवस्था नहीं हो पाती है , तो मंदिर में भी रुक जाते हैं। हम लोग को सबसे ज्यादा परेशानी रास्ते में रुकने की होती है। यही लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत देती है , केदारनाथ जाने में डेढ़ महीना लग जाएगा अष्टम दास।