लखनऊ संवाददाता- mohd kaleem
लखनऊ: लखनऊ से मोबाइल लूटकर नेपाल ले जाकर बेची जाती थी। किसी को शक न हो इसलिए फर्जी बिल भी बनवाया जाता था। सआदतगंज पुलिस ने गुरुवार को लूट का मोबाइल खरीदकर नेपाल ले जाकर बेचने वाले दो व्यापारियों को गिरफ्तार करते हुए यह बड़ा खुलासा किया है। साथ ही इनके कब्जे से लूटे गए 36 मोबाइल बरामद किए हैं।
आरोपी हर महीने करीब 30 से 35 लूट के मोबाइल खरीदकर नेपाल ले जाते थे। अब तक करीब एक हजार मोबाइल लखनऊ से नेपाल ले जाकर बेच चुके हैं। वहीं लूट का मोबाइल बेचने वाले आरोपी सआदतगंज के दुकानदार की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
दुकानदार की तलाश में जुटी पुलिस दे रही दबिश…
डीसीपी पश्चिमी राहुल राज के मुताबिक मोअज्जमनगर से सिद्धार्थनगर के देबुरुआ बढऩी निवासी अब्दुल कादिर (27) व नेपाल के कपिलवस्तु विधानगर के मो. तनवीर रजा (30) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों मोबाइल व्यापारी हैं। आरोपी अब्दुल कादिर की बढऩी में मोबाइल की दुकान है वहीं मो. तनवीर की नेपाल में दुकान है। सख्ती से पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सआदतगंज के यासीनगंज ढाल स्थित एमडी मोबाइल शॉप के मालिक उबैद से वह लूट व चोरी के मोबाइल कम दाम में खरीद लेते थे। इसके बाद मोबाइल नेपाल व बार्डर पर ले जाकर बेचे देते थे। बरामद मोबाइलों की कीमत करीब छह लाख रुपये है।
मोबाइल के साथ फर्जी बिल बनाकर भी देता था…
पुलिस के मुताबिक दोनों आरोपियों ने बताया कि दुकान के मालिक उबैद के पास एक महीने में लूट व चोरी के करीब 30 से 35 मोबाइल इकट्ठा हो जाते थे। इसके बाद वह फोन कर उन्हें बुलाता था। मोबाइल के साथ फर्जी बिल बनाकर भी देता था। जिससे किसी को शक न हो कि यह मोबाइल फोन लूट का है। आरोपी लूट का मोबाइल नेपाल ले जाकर साफ्टवेयर बदल देते थे। साफ्टवेयर बदलने के बाद आईएमईआई नंबर से भी मोबाइल ट्रेस नहीं हो पाता था।
पुलिस के मुताबिक लूट के मोबाइल का साफ्टवेयर बदलने के बाद वह ट्रेस नहीं हो पाता था। अंदेशा है कि इस तरह का मोबाइल अपराधियों को बेचते होंगे। अब तक किस किस को मोबाइल बेचा है, इस बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
गिरफ्तार दोनों मोबाइल व्यापारियों ने बताया कि वह करीब दो वर्ष पहले नाका मार्केट में पुराना मोबाइल फोन खरीदने आए थे। वहां से उन्हें पता चला कि सआदतगंज में एमडी मोबाइल शॉप पर पुराने मोबाइल फोन की खरीद फरोख्त होती है। वह दोनों खोजते हुए दुकान पहुंचे तो वहां उबैद से मुलाकात हुई।