Dehradun News : देहरादून में विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है और इस रफ्तार में पहाड़ों में बसे इस शहर को काफी नुक्सान झेलना पड़ रहा है। हाल ही में आये सरकार के निर्णय के अंतर्गत खलंगा के जंगलों में से 2000 पेड़ों को काट कर वहां वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का आदेश जारी किया है। आपको बता दें कि साल के पेड़ का ये जंगल देहरादून शहर की शान है इतनी ही नहीं शहर की खूबसूरती और पर्यावरण को बरकरार रखने के लिए बहुत जरुरी है। पेड़ों की लगातार कटाई के कारण शहर का तापमान तेज़ी से बढ़ रहा है।
बीते दिनों में देहरादून का तापमान 45 डिग्री के पार हो गया और इस वजह से वहां के लोगों को सबसे ज्यादा परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार के इस निर्णय का जमकर विरोध कर रहे है पर्यावरण प्रेमी
आये दिन शहर में पेड़ों के कटने की संख्या को बढ़ता देख, पर्यावरण प्रेमी नाराज हो रहे है। वहीं नाराज पर्यावरण प्रेमी ने 23 जून को प्रदेश में प्रदर्शन करने का फैसला किया है। और इस प्रदर्शन में शहर के पर्यावरण प्रेमी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे है ताकि समय रहते शहर के जंगलों को बचाया जा सके और देहरादून की खूबसूरती सालों सालों साल बरकरार रहें।
वहीं इस बारें में स्थानीय लोगो का कहना है कि विकास के नाम पर किया जाने वाला ये काम इस शहर को पूरी तरह से बर्बाद कर देगा और वो दिन दूर नहीं जब इस शहर की हालत भी दिल्ली जैसी हो जायेगी और तापमान 50 सेंटीग्रेड से भी पार हो जायेगा आगे ये भी कहा की अब भी बोहोत देर नहीं हुई है अभी भी लोगों को आगे बढ़ कर इसका विरोध करना चाहिए और सरकार की मनमानी को बिलकुल भी बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
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250 साल पुराने बरगद के पेड़ को काटने का आदेश
मुख्यमंत्री आवास से दिलाराम चौक तक 4 लेन सड़क बनाने का प्रस्ताव जारी किया गया है । जिसमे 240 पेड़ों को काटना पड़ेगा और इसी रास्ते पर मौजूद है 250 वर्ष पुराना बरगद का पेड़, इस पेड़ ने शहर के हर बदलाव को करीब से देखा है इस पेड़ ने न जाने कितने पीढ़ियों को छाव दी है और अब इसे काटने का आदेश सरकार ने जारी कर दिया है यहां तक की इस पेड़ को बिल्ला नंबर भी दे दिया गया है जो की 160 है। अब देखना ये है की स्थानीय लोगों की पर्यावरण को बचाने की ये कोशिश कितनी कारगर होती है।