यूपी के अयोध्या में श्री राम जन्म भूमि को पूरी तरह से बदलाव करने की कोशिश होने वाली है जिसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश आवास विकास को दी गई है। बता दें की यूपी सरकार पूर्ण रुप से राम जन्म भूमि में बदलाव लाने वाली है। वहीं इस प्रोजेक्ट का नाम ग्रीनफील्ड टाउनशिप अयोघ्या है। इस प्रोजेक्ट में 1407 एकड़ की जमीन का के साथ कृतम झील , मठ, आश्रम, कॉटेज इंडस्ट्री वेयरहाउस और फाइफ स्टार होटल बनाए जाएगें।
टाउनशिप गुजरात इंटरनेशनल टेक-सिटी की तर्ज पर बनेगी…
अयोध्या के बदलाव में कई एकड़ भूमि आवासीय भूखंडों के लिए लगभग 367 एकड़ भूमि निर्धारित की गई है। जबकि, ग्रुप हाउसिंग 93 एकड़ में बनने वाली मठों और आश्रमों के लिए 55 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। बाहरी देशों के अतिथि गृहों के लिए 60 एकड़ जमीन आवंटित की गई है।साथ ही नई टाउनशिप में व्यावसायिक भूखंडों की भी व्यवस्था होगी, जिसमें 128 एकड़ जमीन कुटीर उद्योग और वेयर हाउस के लिए रखी गई है। पहले चरण में मठों और आश्रमों के लिए 28 भूखंड चिह्नित किए गए हैं।टाउनशिप में एक ऊंचा टावर भी बनेगा, जिससे श्रद्धालु राम मंदिर का वहां से दर्शन कर सकेंगे। ये टाउनशिप गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी की तर्ज पर बनेगी, जिसे “गिफ्ट-सिटी” के नाम से जाना जाता है।
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झीलों के जोड़ने के लिए ली जा रही मदद…
अयोध्या झील के निर्माण को सरयू नदी से जोड़ने के लिए कई राष्टीय जल विज्ञान संस्थान रूड़की मदद ली जा रही है। यहां की बनने वाली झील 430 एकड़ में फैली होगी। वहीं नई अयोध्या टाउनशिप परियोजना को दूसरे चरण में 442 एकड़ तक बढ़ाया जाएगा। आवास विकास आयुक्त ने बताया कि 22 जनवरी 2024 को प्रस्तावित राम मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ग्रीनफील्ड टाउनशिप परियोजना की आधारशिला रखने की संभावना है।