Prime Chaupal: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे मलिहाबाद के ग्राम पंचायत गौंदा मुअज्जम में प्राइम टीवी की टीम अपने खास प्रोग्राम प्राइम चौपाल के तहत जब पहुंची तो वहां की हालत देखकर दंग रह गई।गांवों में विकास की सुविधाओं के अलावा मूलभूत सुविधाओं से ग्रामीण वंचित हैं सरकार लाख दावा करती है कि,गांवों में विकास कार्य हुए हैं ग्रामीण क्षेत्रों में करोड़ों लोगों को गरीबी से निकाला है लोगों के सिर पर छत मुहैया कराई है लोगों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है लेकिन इससे इतर जब प्राइम टीवी के कैमरे ने गांवों की हालत को कैद किया तो हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत नजर आई।
ग्राम पंचायत गौंदा मुअज्जम की बदहाल स्थिति

ग्राम पंचायत गौंदा मुअज्जम में सड़कों पर जगह-जगह कूड़े का ढेर दिखाई दिया चलने के लिए लोगों को गड्ढेयुक्त सड़क से गुजरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।बच्चों को स्कूलों में सुविधाएं नहीं मिल रही हैं ग्रामीण आज भी अच्छे दिनों का इंतजार कर रहे हैं ग्रामीण कच्चे घरों में रहने को मजबूर हैं विकास की तलाश में ग्रामीण आज भी पलकें बिछाए पक्के मकानों का इंतजार कर रहे हैं।अस्पतालों में सफाई की व्यवस्था नदारद दिखी।प्रधान बदले,सरकारें बदलीं यहां तक कि,चारदीवारी में रहने वाले लोग भी बदल गए… लेकिन इन दीवारों और उनके कोनों में रहने वालों के हिस्से में आया महज इंतजार।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही गांवों के लिए सरकार की योजनाएं

इंतजार उन तमाम दावों और वादों के सच होने का जो इनसे कभी प्रधान तो कभी सरकार ने किए… इंतजार उन योजनाओं के धरातल पर पहुंचने का जिनका ऐलान सरकार ने डंके की चोट पर किया।इंतजार उस विकास का जमीनी स्तर पर दिखाई देने का जो सरकारी दस्तावेजों में तो देखने को मिले लेकिन ऐसे तमाम गांव आज भी उन विकास कार्यों से महरूम हैं।केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की योगी सरकार गांवों की तकदीर बदलने में लगातार प्रयासरत है लेकिन भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारियों से लेकर ग्राम प्रधान उनके सारे सपनों को चकनाचूर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
व्यवस्थाएं पूरी तरह से ध्वस्त और प्रधान मस्ती में मस्त

ग्रामीणों को गांव में खुले में शौच के लिए जाना आज भी मजबूर होना पड़ रहा है जबकि सरकार इज्जतघर के नाम से घर-घर शौचालय बनवाने का दावा करती है।प्रधान गांवों में सरकारी योजनाओं का लाभ उन ग्रामीणों को सौंप रहे जो पहले से सभी सुविधाओं से संपन्न है।गांव में पहुंची जब हमारी टीम ने ग्रामीणों से उनका हाल जाना तो लोगों ने कैमरे पर गांव की बदहाली की कहानी बयां कर दी।सुविधाओं के लिए तरसते लोग आज भी यहां सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू होने के लिए टकटकी लगाए देख रहे हैं लेकिन गांवों की हालत आज भी वही है जहां सुविधाओं के लिए तरसते लोग हैं।जगह-जगह गंदगी का अंबार है व्यवस्थाएं पूरी तरह से ध्वस्त हैं और प्रधान मस्त हैं।गांवों में विकास के दावे असल में कब धरातल पर उतरते हैं यह देखने वाली बड़ी बात होगी।