National : भारतीय मूल के अर्थशास्त्री और पूर्व वरिष्ठ मंत्री थर्मन शनमुगरत्नम ने सिंगापुर के राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपना शानदार जीत दर्ज की है। वहीं 66 वर्षीय थर्मन को इस चुनाव में कुल 70.4 प्रतिशत वोट मिले और वो राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की है। बतो दे कि थर्मन सिंगापुर के तीसरे भारतीय मूल के राष्ट्रपति होंगे। वहीं इससे पहले भारतीय मूल के सेल्लापन रामनाथन और चेंगारा वीटिल देवन नायर भी राष्ट्रपति बन चुके हैं। बता दे कि इस चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला था लेकिन सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के थर्मन ने 70.4 फीसदी वोटों के साथ राष्ट्रपति का चुनाव जीता है।
इन देश के नेताओं ने दी बधाई
- वहीं PM मोदी ने थर्मन शनमुगरत्नम को सिंगापुर का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी है। बता दे कि PMमोदी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि वे भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करने के वास्ते उनके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हैं।
- सिंगापुर में यूक्रेन की राजदूत कैटरीना जेलेन्को ने भी थर्मन को बधाई देते हुए कहा कि हम उनके साथ अच्छे सहयोग और मैत्रीपूर्ण संबंधों की उम्मीद करते हैं।
- अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका और सिंगापुर के संबंध दीर्घकालीन और काफी मजबूत हैं और ये आपसी सहयोग, सम्मान और समान हितों पर आधारित हैं।
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इस दिन हुए थे राजनीति में शामिल
वरिष्ठ मंत्री थर्मन ने 2011 के बाद से देश के पहले राष्ट्रपति पद के चुनाव में 70 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल किए। वहीं छियासठ वर्षीय थर्मन शनमुगरत्नम ने 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था। बता दे कि वह 2001 में राजनीति में शामिल हुए थे। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र में भी कार्य किया और मंत्री पद पर भी आसीन रहे। वहीं मतदान 27 लाख से अधिक मतदाताओं द्वारा वोट डालने के साथ ही समाप्त हो गया था।
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2011 के बाद पहली बार हुआ राष्ट्रपति चुनाव
वहीं थर्मन ने कहा कि वह निवर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब से मिलने को लेकर आश्वस्त हैं। साथ ही उन्होनें कहा कि राष्ट्रपति हलीमा याकूब से मिलकर उनकी सलाह लेंगे। थर्मन ने कहा कि हलीमा ने बेहतरीन तरीके से देश की सेवा की है। मैं उनकी सराहना करता हूं। मैं उनके साथ बैठकर बीते छह सालों के उनके अनुभवों और देश को लेकर उनकी राय को सुनूंगा। मैं लोगों के जनादेश का सम्मान करता हूं। बता दें कि राष्ट्रपति हलीमा का छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को खत्म हो रहा है। इसके साथ ही वह देश की आठवीं और पहली महिला राष्ट्रपति हैं। बता दे कि देश में 2011 के बाद पहली राष्ट्रपति चुनाव हुए हैं। वहीं इस बीच दुनियाभर के नेताओं से थर्मन को बधाइयां मिलने लगी।