गाजियाबाद संवाददाता: प्रवीन मिश्रा
गाजियाबाद :देश के प्रधानमंत्री ने जनहित के उद्देश्य से एक विजन का लक्ष्य रखा जिसमे गाजियाबाद से होते हुए मेरठ तक जाने वाली रेपीडैक्स ट्रेन का संचालन होना है। जिसके रेलवे ट्रैक में प्रयोग होने वाले महंगे उपकरणों तथा जापानी तार जैसे काफी किफायती सामानों पर चोरों द्वारा सेंध लगाई जा रही थी ऐसे ही एक अन्तर्राज्यीय गिरोह को क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा मैट्रो रैपिड ट्रेन के ट्रैक से ताँबे के तार व अन्य सामान चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 07 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है जिनसे भारी मात्रा में चोरी के माल सहित चोरी करने मे प्रयोग किये जाने वाले अन्य उपकरण व घटना मे प्रयुक्त फर्जी नम्बर प्लेट लगी गाड़ी/कार था तथा 1 छोटा हाथी व नाजायज तमंचे मय कारतूस बरामद हुए है।
आरोपितो से की पूछताछ
अपराध शाखा उपायुक्त सच्चिदानंद ने बताया पकड़े गए आरोपितो पूछताछ पर आरोपीयो ने बताया कि हमारा तार चोरी करने वाले अपराधियों का एक संगठित गिरोह है हमारे गिरोह में सैफ मलिक, गुलजार, जावेद, समीर पुत्र बाबू मलिक, नौशाद, हलाल, कलीम उर्फ सिद्दू, जुल्फिकार, समीर पुत्र जावेद, माजिद है सैफ मलिक के पास एक आई-10 गाडी व एक लोडर है जो अपनी गाडी में चोरी करने के उपकरण जैसे रस्सी, कटर, आरी आदि रखकर लाता है, फिर अपनी कार मे चोरो को बैठाकर जहाँ रैपिड ट्रेन ट्रैक पर चोरी करनी होती है उसके नीचे मौका देखकर आधी रात के बाद सुनसान होने पर उतार देता है और थोडी दूर पर जाकर खडा हो जाता है।
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शॉर्ट सर्किट के कारण फ्यूज उड जाता है
फिर हम लोग पतली रस्सी में पत्थर बाँधकर ऊपर मैट्रो की रेलिंग पर फेंकते है, जिसमें फंसकर रस्सी नीचे आती है फिर उस रस्सी के सिरे पर मोटा गाँठो वाला रस्सा बाँधकर उसे ऊपर खीचकर दूसरी तरफ से नीचे ले आते है, और उस रस्से मदद से कोई भी 4-5 लडके आरी व डन्डा लेकर ऊपर चढ जाते है, आरी को डन्डे पर बाँधकर दूर से मैट्रो के तार को काटते है।
जैसे ही ऊपर का प्लास्टिक का खोल कटने के बाद आरी का ब्लेड तार को काटता है , तो शॉर्ट सर्किट के कारण फ्यूज उड जाता है व करंट बन्द हो जाता है, फिर हम लोग फटाफट तार को काट कर नीचे फेंकते है , व नीचे खडे हमारे साथी उनको इकट्ठा करते है मैट्रो लाईन के आस-पास मैट्रो का अन्य सामान जैसे फिश प्लेट, क्लैम्प व एन्गल आदि भी नीचे फेंक देते है फिर सैफ मलिक लोडर व अपनी गाडी लेकर मौके पर आ जाता है।
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नम्बर प्लेट बदलकर आता था चोर
हम लोग जल्दी जल्दी चोरी का सामान लादकर किसी सुनसान स्थान पर ले जाकर हम लोग कटर की मदद से केबिल को छीलकर व जलाकर ताँबे का तार निकाल लेते है हमारा साथी सैफ कबाडी ही चोरी का सारा सामान लेकर जाता उसको जावेद, सोनू व शादाब कबाडी को बेचता है उससे मिले पैसो को हम लोग आपस मे बराबर-बराबर बाँट लेते है सैफ एक हिस्सा ज्यादा लेता है हिस्से मे मिले पैसे से हम सभी लोग अपने शौक पूरे करते हैं व अपने घर का खर्चा चलाते है, हम लोग यह काम काफी समय से कर रहे हैं।
अभियुक्तगणों ने पूछताछ पर यह भी बताया कि जब हम लोग चोरी करने जाते है तो सैफ मलिक गाडी की पहचान छुपाने के लिए अपनी गाड़ी की नम्बर प्लेट बदलकर-बदलकर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर लाता था, हम लोग पहले से तयशुदा स्थान पर इकठ्ठा हो जाते थे और मोबाइलों को बन्द कर लेते थे।