Wipro: इंडिया की लीडिंग इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी कंपनी विप्रो से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है, जो कि इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है. जानी-मानी टेक कंपनी विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) थिएरी डेलापोर्ट ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. थिएरी डेलापोर्ट के इस्तीफे देने के बाद अगले ही दिन डेलपोर्ट की जगह श्रीनिवास पल्लिया को विप्रो की कमान सौंपते हुए नया सीईओ और एमडी नियुक्त कर दिया गया है. बता दें, थिएरी ने का 5 साल का कार्यकाल जुलाई 2025 में खत्म होना था लेकिन उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया है.
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कौन है विप्रो के नए सीईओ श्रीनिवास पल्लिया?
आपको बताते चले कि कंपनी ने जिन्हें सीईओ और एमडी पदभार सौंपा है,वे साल 1992 से विप्रो में शामिल थे. तभी से वो कंपनी में अलग-अलग पदों पर रहते हुए कई नेतृत्व की भूमिकाएं निभा चुके हैं, जिनमें उपभोक्ता व्यवसाय इकाई के अध्यक्ष और व्यावसायिक अनुप्रयोग सेवाओं के वैश्विक प्रमुख का पद शामिल है.
क्या है पल्लिया की एजुकेशन प्रोफाइल?
विप्रो द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पल्लिया ने बेंगलुरू स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस से इंजीनियरिंग में बैचलर्स की डिग्री ली है. उन्होंने इसी संस्थान से मैनेजमेंट स्टडीज में मास्टर्स भी किया है. उनके पास हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के लीडिंग ग्लोबल बिजनेस एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम की भी डिग्री है. उन्होंने मैकगिल एक्जीक्यूटिव इंस्टीट्यूट से एडवांस्ड लीडरशिप प्रोग्राम की भी डिग्री ली है. विप्रो के अनुसार, पल्लिया नई भूमिका में न्यू जर्सी बेस्ड होंगे और विप्रो चेयरमैन रिशद प्रेमजी को रिपोर्ट करेंगे.
डेलापोर्टे के कार्यकाल का शानदार प्रदर्शन
डेलापोर्टे ने लगभग 4 साल पहले विप्रो की कमान संभाली थी. उन्हें जुलाई 2020 में विप्रो का नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) बनाया गया था. उनके नेतृत्व में विप्रो के सामने कई चुनौतियां आईं, लेकिन कंपनी ने तमाम चुनौतियों से पार पाते हुए शानदार प्रदर्शन किया. इन चार सालों के दौरान कोरोना महामारी से लेकर आर्थिक सुस्ती जैसे संकटों ने दुनिया को परेशान किया, जिनके चलते खास तौर पर आईटी कंपनियां परेशान हुईं. उसके बाद भी डेलापोर्ट के कार्यकाल में विप्रो के शेयरों में 120 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई.
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