उत्तर प्रदेश: यूपी में इन दिनों तापमान के बढ़ने और लू की चपेट में आने वालो की संख्या में आए दिन इजाफा देखने को मिल रहा हैं।अस्पतालो में डायरिया, हिट स्ट्रोक और लू से ग्रसित लोगो की संख्या सबसे अधिक हैं। राजधानी लखनऊ में भी इसका असर देखने को लगातार मिल रहा हैं।शहर के सबसे व्यस्त रहने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) और बलरामपुर अस्पताल में सुबह से ओपीडी में लोगो की भारी भीड़ इसकी बानगी बयान करती हैं।
पारा अधिक होने के चलते रोजाना ढाई से तीन हजार मरीज अस्पताल पहुंच रहें हैं। लू और डिहाइड्रेशन के चलते तीमारदार मरीज को लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं जहां उन्हें डॉक्टर की सलाह पर दवा और सावधानियां बरतने की सलाह बखूबी तौर पर दी जा रही हैं।
अमूमन आम दिनों में ओपीडी में आठ सौ से हजार की संख्या के बीच ही आते हैं लेकिन अब ज्यादातर आंखों में जलन, सर में भारीपन, डिहाइड्रेशन के मरीज आ रहे हैं जिनकी संख्या पंद्रह सौ के पार बताई जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े और पुराने जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर विष्णु कुमार बताते हैं कि मरीजों की संख्या पहले के मुकाबले बढ़ी हैं और सलाह के तौर पर उन्होंने ये कहा कि अगर जरूरत ना हो तो घर से ना निकले, खूब पानी का सेवन नमक, नींबू और चीनी डाल कर करें और बाहर जाने की स्थिति में अपने बदन को पूरी तरह से ढक कर निकले और पीने योग्य पानी लेकर ही निकले।अगर व्यक्ति को किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत ही अपने पास के अस्पताल में जाकर डॉक्टरों को दिखाए और उनकी सलाह पर अमल करें।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रोजाना सबसे ज्यादा भीड़ इन्ही सब बीमारी से ग्रसित लोगो की हो रही हैं और हर संभव कोशिश की जा रही हैं कि मरीज को बेहतर उपचार मुहैया करवाया जाए और गंभीर रूप से ग्रसित मरीज को भर्ती कर के उसका इलाज भी किया जा रहें। सुझाव के रूप में उन्होंने कहा कि गर्मी और लू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा हैं और पारा भी 40 डिग्री के पार हैं तो कोशिश ये कीजिए कि बिना वजह के बाहर ना निकले और शरीर में पानी की कमी बिलकुल भी ना होने दे और प्रयास ये कीजिए कि बाहर निकलने की स्थिति में अपने आप को ढक कर निकले और बिलकुल भी लापरवाही ना बरते।
यूपी में लगभग सम्पूर्ण जिलों में पारा 40 से अधिक हैं तो इसमें किसी भी तरह की लापरवाही ना करिए और शंका या एहसास होने पर डॉक्टर की सलाह या अस्पताल जाकर अपना उपचार करवाइए और बाहर निकलने से भी बचिए।