लखनऊ संवाददाता- Mohd Kaleem…
लखनऊ: ईको गार्डन में चार दिनों से धरने पर बैठी यूपी डॉयल 112 की महिला कर्मियों की नई एडीजी नीरा रावत से 15 मिनट के बातचीत में कोई फैसला नहीं हो सका। यह बातचीत बेनतीजा साबित हुई। महिला कर्मियों ने कहा कि एडीजी ने रात को पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात कर कहा कि वेतन नहीं बढ़ेगा। उतने पर ही काम करना होगा। जल्दी से काम पर लौट आइये। मगर पांचों ने इससे इनकार कर दिया। ईको गार्डन आकर तय किया गया कि धरना जारी रहेगा और सभी धरनास्थल पर ही दिवाली मनाएंगे। सपा, कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता गुरुवार को लगातार चौथे दिन कर्मचारियों के समर्थन में मौजूद रहे।
लौट आइए और काम शुरू कर दीजिये…
यूपी-112 की हर्षिता और प्रियंका के मुताबिक बुधवार देर रात पांच कर्मचारियों से एडीजी नीरा रावत ने अपने ऑफिस में मुलाकात की। उन्होंने साफ कहा कि वेतन नहीं बढ़ाया जा सकता है। सब लोग लौट आइए और काम शुरू कर दीजिये। वार्ता 15 मिनट में ही खत्म हो गई। प्रियंका ने बताया कि सबने तय किया कि पुराने वेतन पर काम नहीं किया जायेगा। वेतन वृद्धि और स्थायी नियुक्ति पत्र देने की मांग करते हुए यूपी-112 की 200 से अधिक महिला कर्मचारियों ने सोमवार से काम बंद कर रखा है। धरना शुरू करने के दूसरे दिन पुलिस ने इन्हें सीएम आवास की ओर बढऩे पर रोकते हुए जबरन ईको गार्डन पहुंचा दिया।
प्रदर्शनकारी महिला कर्मियों ने आरोप लगाया…
सपा के व्यापारी नेता की गाड़ी को पुलिस ने ईको गार्डन गेट पर रुकवा लिया। अंदर नहीं जाने देने पर सपा नेता पूजा शुक्ला ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी अंदर जाने दी। गाड़ी में खाने का सामान रखा था। प्रदर्शनकारी महिला कर्मियों ने आरोप लगाया कि पुलिस उनके परिजनों को भी मिलने नहीं दे रही है।
लखनऊ व्यापार मंडल महामंत्री पवन मनोचा ने कहा कि ये सब घर की लक्ष्मी हैं। इनके प्रति सरकार को न्याय देने का रवैया अपनाना चाहिये। पूजा शुक्ला ने कहा कि बेटी का हक व्यर्थ नहीं जायेगा। वह लोग दीपोत्सव भी यहीं मनायेंगी। नेहा यादव, मुन्नी पाल, कुलवंत कौर, किन्नर पायल समेत कई लोग गुरुवार को भी प्रदर्शनकारी महिला कर्मियों के साथ मौजूद रही।
प्रदर्शनकारी महिला कर्मचारियों पर कार्रवाई…
यूपी डायल 112 की आंदोलन कर रही महिला कर्मचारियों के मामले को लेकर योगी सरकार सख्त भी हो गई है। बुधवार को महिला कर्मचारियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। लखनऊ पुलिस की तरफ से पांच नामजद समेत 200 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। प्रदर्शनकारी महिला कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने हर्षिता कश्यप, पूजा सिंह, रीना शर्मा, मंजू सोनी और शशि पर नामजद और 200 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन पर बलवा भड़काने, प्रदर्शन कर मार्ग बाधित करने इमरजेंसी सेवा बाधित करने और सरकारी निर्देशों के उल्लंघन मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
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वॉशरूम पर ताला भी लगा दिया…
इसके पहले मंगलवार को मुख्यालय पर धरना दे रहीं संवाद अधिकारियों को हटाने के लिए पुलिस ने जबरदस्त घेरेबंदी की। आरोप है कि रात में न सिर्फ उन्हें पानी लेने से रोक दिया गया बल्कि उनके वॉशरूम पर ताला भी लगा दिया गया। इसके बाद भी वे पूरी रात डटी रहीं और मंगलवार सुबह अपनी फरियाद लेकर सीएम आवास कूच किया।
पुलिस के बल प्रयोग करने से एक महिलाकर्मी बेहोश…
इसी दौरान उन्हें रोकने पर पुलिस से तीखी झड़प हुई। करीब दो घंटे तक चली धक्कामुक्की और नोकझोंक के बाद पुलिस ने संवाद अधिकारियों को सड़क पर घसीट कर बसों में लादकर ईको गार्डन भेज दिया। पुलिस के बल प्रयोग करने से एक महिलाकर्मी बेहोश हो गई। वहीं, एक गर्भवती की हालत बिगड़ गई, जबकि कई महिलाओं के चोटिल होने का भी आरोप लगा।
संचालन का टेंडर पाने वाली नई सेवा…
डायल 112 की महिला कर्मी (संवाद अधिकारी) वेतन बढ़ाने, सेंटर संचालन का टेंडर पाने वाली नई सेवा प्रदाता कंपनी से नियुक्ति पत्र दिलाने सहित अन्य मांगों को लेकर मुख्यालय के बाहर सोमवार दोपहर दो बजे से धरना दे रही हैं। प्रदर्शनकारी महिला कर्मियों ने शशि सिंह, पूजा सिंह, हर्षिता, प्रतिभा मिश्रा, अंकिता मिश्रा, दीप शिखा वर्मा आदि ने बताया कि डायल-112 में करीब 300 महिला कर्मचारी तैनात हैं। इनको अभी 11800 रुपये वेतन मिल रहा है।
कर्मचारियों को ऑफर लेटर तक नहीं दिया…
बीते सात साल में वेतन में एक रुपये की भी बढ़ोतरी नहीं की गई। वहीं, अब टेक महिंद्रा कंपनी को बदल कर वी विन कंपनी को टेंडर दिया गया है। तीन नवंबर को वी विन कंपनी ने टेकओवर कर लिया लेकिन अभी तक पुराने कर्मचारियों को ऑफर लेटर तक नहीं दिया जबकि नई भर्ती शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि वेतन बढ़ा कर 18 हजार रुपये प्रतिमाह किया जाए। जॉब को सुरक्षित किया जाए और धरने को लेकर भविष्य में टारगेट न किया जाए।