लखनऊ संवाददाता- Mohd kaleem…
लखनऊ: राजधानी में पूजा पंडालों में भारी भीड़ उमड़ रही है। इसमें पैदल लोगों के अलावा बाइक और कार सवार हैं। लेकिन पार्किंग को लेकर कोई इंतजाम नहीं हैं। ऐसे में सड़क से लेकर गलियों तक ट्रैफिक जाम में फंसकर लोग परेशान हो रहे हैं। जानकीपुरम में सबसे विशाल पंडाल बना है। इसको देखने के लिए दूर-दराज से लोग पहुंच रहे हैं। इस वजह से सीतापुर रोड, आईआईएम, जानकीपुरम विस्तार के अलावा मुख्य मार्ग पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं। इससे भीषण जाम की स्थिति बनने पर पंडाल देखने आए लोग घंटों ट्रैफिक जाम में फंस रहे हैं।
दो-दो ट्रैफिक कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई…
पूजा पंडालों में माता रानी के दर्शन करने के लिए अमूमन लोग शाम को या रात में निकलते हैं। लखनऊ भर में कुल पूजा पंडालों पर करीब 300 ट्रैफिक कर्मियों को तैनात किया गया है। इनको जाम पर नजर रखते हुए रास्ता खुलवाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर पूजा पंडाल पर दो-दो ट्रैफिक कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। ये जाम से राहत दिलाने से कोसों दूर है। वहीं पूजा पंडालों तक वाहन न पहुंच सकें, इसके लिए बैरीकेडिंग भी नहीं की गई है। यहीं वजह है कि पूजा पंडाल देखने वाले अपने वाहन पंडाल तक लेकर पहुंच रहे है और सड़क पर वाहनों की पार्किंग से जाम की स्थिति पैदा हो रही।
दुकानदार सड़क पर गाडिय़ां खड़ी करते हैं…
इधर, इंदिरानगर का भूतनाथ मार्केट, अतिक्रमण और जाम की समस्या से जूझ रहा है। त्योहारों के मद्देनजर बाजारों में खूब भीड़ उमड़ रही है पर खरीदारों को जाम से बचाने के इंतजाम धड़ाम हो चुके हैं। कई बार व्यापारियों और ट्रैफिक महकमे की बैठक हुई पर नतीजा आज तक नहीं निकला। भूमिगत पार्किंग दूर होने से व्यापारी और दुकानदार सड़क पर गाडिय़ां खड़ी करते हैं। वेंडिंग जोन न होने के बाद भी ठेले वाले सड़क पर दुकानें लगाते हैं, जिससे जाम लगता है। शाम को हालत यह हो जाती है। कि पूरा मार्केट जाम की चपेट में आ जाता है। ग्राहकों का पैदल निकलना मुश्किल हो जाता है। बाजार से बाहर निकलने में खरीदारों के पसीने छूट रहे है।
भूतनाथ मार्केट में आने वाले ग्राहकों…
भूतनाथ मार्केट 100 साल से अधिक पुरानी है। यहां 700 से अधिक दुकानें पंजीकृत हैं। वहीं 500 छोड़ी-बड़ी दुकानें फुटपाथ पर लगती हैं। ऐसे में आधी सड़क फुटकर दुकानदार और वाहनों की पार्किंग के चलते गुम हो जाती है। नगर निगम की भूमिगत पार्किंग बाजार से अंदर की ओर है। व्यापारी अपनी कार पार्किंग में खड़ी करते हैं लेकिन दोपहिया वाहन दुकान के सामने खड़ी करते हैं। भूतनाथ मार्केट में आने वाले ग्राहकों को भी भूमिगत पार्किंग की जानकारी नहीं है, इसलिए वे बाजार में सड़क पर ही वाहन खड़े कर देते हैं। ठेले वाले भी सड़क पर अतिक्रमण कर दुकानें लगाते हैं। बाजार में एक पुलिस चौकी है जिस पर एक या दो सिपाही ही रहते हैं, जो जाम लगने के बाद भी कुछ नहीं करते हैं।