मैनपुरी संवाददाता : अमरजीत सिंह
मैनपुरी : यूपी के जनपद मैनपुरी में स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने वाले शातिर को मैनपुरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताते चलें कि आवेदिका शान्ती देवी पत्नी स्व. राकेश कुमार नि0 बालाजीपुरम आश्रम रोड थाना कोतवाली मैनपुरी द्वारा प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि प्रार्थिया स्वास्थ्य विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। प्रार्थिया की एक दिन राजीव नामक व्यक्ति से मुलाकात हुई जो अपने आपको पशु चिकित्सालय गौतमबुद्धनगर में अधिकारी के पद पर तैनात होना बताया तथा मेरे बच्चे की नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया।
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अब तक इतने लोगो को बनाया ठगी का शिकार
प्रार्थिया बातों में आकर राजीव कुमार द्वारा बताये गये खाता संख्या में साढ़े तीन लाख रूपये डाल दियें तथा उसके मोबाइल नम्बर पर कागज भेज दिये। कुछ दिनों तक तो राजीव फोन पर बात करता रहा ओर काम की तसल्ली देता रहा लेकिन कुछ दिन बाद राजीव ने फोन उठाना बन्द कर दिया तब हमें शक हुआ कि यह व्यक्ति तो फ्रॉड है जिसने मेरे लड़के की नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी कर ली है।
बाद में पता चला कि इसके द्वारा कल्पना रानी पुत्री विक्रम नि0 सतीश हास्पीटल के पास मैनपुरी से एक लाख 2- शिव कुमार पुत्र दाताराम नि0 रूपपुर गणेशपुर थाना एलाऊ मैनपुरी से ढाई लाख रूपये लिए हैं। इसने पांच अन्य लोगों से भी नौकरी लगवाने के नाम पर रूपये लिये है। जिसके सम्बन्ध में थाना कोतवाली में अभियोग दर्ज किया गया। टीमें बनाई और साइबर सेल और पुलिस टीम ने इसे आज गिरफ्तार कर लिया है।
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गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में हुआ ये खुलासा
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि मैने शान्ती देवी जो बालाजीपुरम आश्रम रोड पर रहती है, उसने लड़के की नौकरी लगवाने एवं कल्पना रानी पुत्री विक्रम नि0 सतीश हास्पीटल के पास मैनपुरी एवं अन्य कई लोगों से नौकरी लगवाने के नाम पर सभी को विश्वास में लेकर पैसे लिये हैं। मैं अपने आपकों पशु चिकित्सालय में अधिकारी बताता था।
विश्वास दिलाने के लिए मैने फर्जी पशु चिकित्सक का आईडी कार्ड भी बना रखा है। मेरा कहीं भी किसी भी विभाग में कोई जुगाड नही है। मैने फर्जी तरीके से आधार कार्ड तैयार करायें है। जिनका प्रयोग मैं फर्जी सिम जारी कराने के लिए करता हूँ। जिससे मैं पकडा ना जाऊ। अभियुक्त राजीव उपरोक्त द्वारा इसी तरीके से स्वास्थ विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर कुछ अन्य लोगों के नाम भी बताये गये। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी की जा रही है।