भारत में आज यानि 22 दिसंबर को साल की सबसे लंबी रात होने वाली है। बता दे कि आज दिन जल्दी ढ़ल जाएगा और सुबह भी देर से ही होगी। क्योंकि अब शुरू होगी भयानक वाली सर्दी। इसे कहते हैं, Winter Solstice।… तो आज जानते हैं, कि आखिर किस वजह से ऐसा होता है, और दिनरात में बदलाव होता है।
Shortest Day-Largest Night Today: 22 दिसंबर 2023 साल की सबसे लंबी रात आज होगी। करीब 16 घंटे की, जबकि दिन सिर्फ 8 घंटे का, इसे कहते हैं विंटर सोल्सटिस (Winter Soltice) ये वो समय होता है जब सूर्य की किरणें बहुत कम समय के लिए पृथ्वी पर रहती हैं। इस दौरान दिन की कुल अवधि बस 10 घंटे 41 मिनट की रहेगी। वहीं रात की कुल ड्यूरेशन अवधि 13 घंटे 19 मिनट रहेगी।
22 दिसंबर को क्या होता है?
22 दिसंबर को भारत समेत कई देशों में सबसे छोटा दिन होता है। दिन का मतलब है, सूरज उगने से अस्त होने के बीच वाला वक्त। इस दिन सूरज अपने निश्चित टाइम से कम समय तक रहता है, और सूरज जल्द ही अस्त हो जाता है। इससे दिन तो छोटा हो जाता है और रात बड़ी हो जाती है। यानी सूरज कम देर तक धरती पर अपनी किरणों से प्रकाश फैलाता है। इसलिए 22 दिसंबर को साल के सबसे छोटे दिन के लिए जाना जाता है।
पृथ्वी पर कैसे होता है मौसम में बदलाव…
हमारी पृथ्वी अपने अक्ष पर लंबवत से 23.5 डिग्री के कोण पर झुकी हुई है। इस झुकाव और सूर्य के चारों ओर परिक्रमा की वजह से ही धरती पर मौसम में बदलाव होता है और हर जगह पर दिन की अवधि मं भी भिन्नता पाई जाती है। सूर्य की परिक्रमा के चलते जब पृथ्वी का उत्तरी गोलार्द्ध (Northern Hemisphere) छह महीने तक सूर्य की तरफ झुका होता है तो इस पर सूर्य की किरणे सीधे पड़ती हैं और उस समय उत्तर गोलार्द्ध पर स्थित देशों में गर्मी का मौसम होता है और दिन लंबे होते हैं। वहीं उसी समय दक्षिणी गोलार्द्ध (Southern hemisphere) पर सूर्य की किरणे तिरछी पड़ती हैं तो उस वजह से वहां ठंड का मौसम होता है और दिन छोटे होते हैं।
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कहां से आया सॉल्स्टिस शब्द…
सॉल्सिटिस एक लैटिन शब्द है, जिसके पहले भाग सोल का मतलब है सूर्य, जबकि दूसरे भाग सेस्टेयर का अर्थ है स्थिर खड़े रहना। इन दोनों शब्दों को मिलाकर सॉल्सिटिस शब्द बना है। इसका मतलब है कि सूर्य अभी स्थिर है क्योंकि सॉल्स्टिस के वक्त सूर्य उत्तर या दक्षिण की तरफ अपनी दिशा बदलने से पहले कुछ पल के लिए ठहर जाता है। कुछ देशों में इसे त्योहार के तौर पर भी सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल Winter Solstice शुक्रवार (22 दिसंबर) को रात 10:28 बजे होगा।
कहां से लगेगा सटीक अनुमान…
22 दिसंबर को होने वाले इस अद्भुत खगोलीय घटनाक्रम(Astronomical Event) को उज्जैन और जयपुर समेत देशभर की वेधशाला में शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकेगा। इस घटना को धूप होने पर ही देखा जा सकेगा।