सहारनपुर संवाददाता : गौरव सक्सेना
सहारनपुर : माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बुधवार को शिक्षा सत्र 2023-24 में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में अध्ययनरत 01 करोड़ 91 लाख छात्र-छात्राओं को यूनिफार्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा एवं स्टेशनरी की खरीद के लिए प्रति छात्र-छात्रा 1200 रुपए की धनराशि उनके माता-पिता के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से जारी की।
READ MORE : सहारनपुर में कानूनी जागरूकता शिविर का हुआ आयोजन…
इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि पिछले 6 वर्ष में एक लाख 64 हजार शिक्षकों की भर्ती बेसिक और माध्यमिक शिक्षा परिषद में हुई है। जो रिटायर हो रहे हैं, जहां अतिरिक्त शिक्षकों की आवश्यकता होती है, वहां पर निरंतर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश के अंदर एक शिक्षा आयोग बनाने की प्रक्रिया वर्तमान में प्रचलित है और बहुत जल्द हम इसका गठन करने जा रहे हैं। आज जो किताबें विमोचित हुई हैं, वो हर विद्यालय में उपलब्ध कराई जाएं और शिक्षक भी उसे अवश्य पढ़ें।
गरीबी से मुक्त हुआ प्रदेश – सीएम
अब विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ती हुई दिखाई देती है। स्कूलों की दीवारों पर बच्चों की रचनात्मक अभिव्यक्ति पेंटिंग के रूप में दिखाई देती है। आज अभिभावक अपने बच्चे को स्कूल भेजना चाहता है। उसके मन में जिज्ञासा पैदा हुई है। विगत 6 वर्षों में 55 से 60 लाख अतिरिक्त बच्चे बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में आए हैं। आज बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 1 करोड़ 91 लाख को पार कर चुकी है। विगत 6 वर्षों में उत्तर प्रदेश में समग्र विकास की भावना को साकार करते हुए क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का प्रयास किया गया है।
सीएम योगी ने नीति आयोग की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को गरीबी से मुक्त करने के जिस लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की गई है, वह बड़ी उपलब्धि है। उत्तर प्रदेश में जो लोग गरीबी से मुक्त हुए हैं वो सक्षम हुए हैं। नीति आयोग ने जो पैरामीटर तय किए थे, उसमें सबसे पहला पैरामीटर शिक्षा ही था।
शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़ाए गए हैं और आने वाले 5-10 साल में इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे। इसके लिए उन सभी शिक्षकों व गुरुजनों का आभार है जिन्होंने आगे आकर इसे नेतृत्व दिया, आज उसके परिणाम सबको देखने को मिल रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में खासतौर पर आकांक्षात्मक जिलों में काफी परिवर्तन देखने को मिला है। इसके लिए वे सभी विभाग जिन्होंने इसे मिशन बनाकर अपना योगदान दिया है वो धन्यवाद के पात्र हैं।
READ MORE : उ0प्र0 माटी कला बोर्ड में ”माटीकला दिवस” का हुआ आयोजन…
सीएम ने कक्षा-कक्ष एवं ऑडिटोरियम का किया लोकार्पण
सीएम योगी ने कहा कि डीबीटी के माध्यम से जो पैसा यूनिफॉर्म, जूते-मोजे और स्टेशनरी के लिए भेजा गया है, उसमें हमारे शिक्षकों की भी जिम्मेदारी है कि वो सुनिश्चित करें कि बच्चे नियमित रूप से यूनिफॉर्म में स्कूल आएं। उम्मीद की जाती है कि हर शिक्षक बच्चे के लिए यूनिफॉर्म बनवाने को अभिभावक के साथ बैठक कर चर्चा करेगा, ताकि समयसीमा में बच्चे यूनिफॉर्म, किताबें, जूते-मोजे पा सकें। आज पैसा अभिभावक के खाते में जा रहा है, जो पारदर्शिता का नमूना है। इसकी मॉनीटरिंग विद्यालय स्तर पर प्रधानाचार्य के माध्यम से, शिक्षकों के माध्यम से होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को छात्रवृत्ति एवं दिव्यांग छात्राओं को स्टाइपेंड तथा गंभीर दिव्यांग छात्र-छात्राओं को एस्कार्ट अलाउंस का डीबीटी के माध्यम से अंतरण प्रक्रिया का शुभारंभ भी किया। इस अवसर पर 125 कस्तूरबा गांधी बालिका इंटर कॉलेज व 20 जिलों के शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में निर्मित अतिरिक्त कक्षा-कक्ष एवं ऑडिटोरियम का लोकार्पण भी किया गया।
बिना किसी भेदभाव के सभी को मिले योजनाओं का लाभ – सीएम
यही नहीं सीएम ने एससीईआरटी द्वारा विकसित कलांकुर, कलासृजन-2, इंटर्नशिप मैनुअल एवं संस्कृत भाषा किट के विमोचन के साथ ही 1772 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में “लर्निंग बाय डूइंग” कार्यक्रम का भी शुभारंभ और शिक्षक मैनुअल का विमोचन किया। इस दौरान प्री-प्राइमरी शिक्षा के लिए 52,836 लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों को आईआईटी गाँधीनगर द्वारा विकसित वंडर बॉक्स के वितरण का भी शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रदेश सरकार की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) माध्यमिक शिक्षा गुलाब देवी, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बेसिक शिक्षा संदीप सिंह, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार एवं बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
जनपद में विकासभवन सभागार में माननीय मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दिखाया गया। सजीव प्रसारण के दौरान नगर विधायक श्री राजीव गुम्बर, नकुड विधायक श्री मुकेश चौधरी, जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र, मुख्य विकास अधिकारी श्री विजय कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ0 विनीता, जिला समन्वयक डॉ० कृपाल मलिक एवं समस्त विकास क्षेत्रों के शिक्षक संकुल के साथ – साथ कतिपय परिषदीय विद्यालयों के छात्र – छात्राऐं भी उपस्थित रही।
विधायक राजीव गुम्बर ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में शिक्षा विभाग हर बच्चे को गुणवत्तापरक शिक्षा देने में तेजी से कार्य कर रहा है। सरकार बच्चों की शिक्षा एवं बेहतर भविष्य के लिए संवेदनशील है। पूरी पारदर्शिता के साथ बिना किसी भेदभाव के सभी को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
READ MORE : तेज रफ़्तार डीसीएम ने बाइक में मारी टक्कर, एक की मौत दो गंभीर घायल..
शिक्षा के क्षेत्र मेंशत-प्रतिशत सकारात्मक परिणाम – जिलाधिकारी
विधायक मुकेश चौधरी ने कहा कि, समय के साथ शिक्षा को बेहतर करने एवं गुणवत्तापरक सुधार किये जाने में सरकार द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये है। उन्होने उपस्थित शिक्षकों को कहा कि कक्षा के माहौल को रूचिकर बनाएं और खेल-खेल में बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करें। जब तक शिक्षकों को पढाने और विद्यार्थियों में पढने की रूचि नहीं होगी तब तक सरकार की मंशा के अनुरूप पूर्ण सफलता नहीं मिलेगी।जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र ने कहा कि जनपद के 192301 छात्र-छात्राओं को डीबीटी के माध्यम से 1200 रूपये प्रति छात्र के अभिभावक के खाते में भेजे गये है।
उन्होने कहा कि यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि जिस हेतु धनराशि दी गयी है वह उसी मद में खर्च हो। उन्होने बीएसए को निर्देश दिए कि ड्रॉप आउट बच्चों को चिन्हित कर उनके अभिभावकों से वार्ता कर उन्हे दोबारा स्कूल में प्रवेश दिलाया जाए। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहारनपुर द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत अध्ययनरत छात्र – छात्राओं के हितार्थ संचालित विभिन्न योजनओं पर प्रकाश डालते हुए समस्त शिक्षक – शिक्षिकाओं को पूर्ण मनोयोग से शत – प्रतिशत सकारात्मक परिणाम हेतु प्रेरित किया गया।