बिहार (नालंदा): संवाददाता- वीरेंन्द्र कुमार
नालंदा। मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा में अपराधियों ने दिनदहाड़े हथियार के बल पर छह अपहरणकर्ताओं ने मुखिया का अपहरण कर लिया। सुशासन का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा में अपराधियों के ऊपर पुलिस का खौफ नहीं दिख रहा है। इसी लिए तो बदमाश दिनदहाड़े हथियार के बल पर छह अपहरणकर्ताओं ने एक गांव के मुखिया का गांव के अन्दर से अपहरण कर लिया।
बदमाशों ने अस्थावां थाना क्षेत्र के महमदपुर गांव से बीच सड़क पर से मुखिया का अपहरण कर लिया। अमावा पंचायत के मुखिया राजा बाबू ने बताया कि वह बिहार शरीफ से अपना काम खत्म करके अपने गांव की ओर जा रहे थे। इसी दौरान महमदपुर गांव के पास डायवर्सन होने के कारण मुखिया की स्कॉर्पियो धीमी हो गई। स्कॉर्पियो धीमा होते ही पहले से घात लगाए आधे दर्जन की संख्या में हथियार से लैस अपहरणकर्ताओं ने चालक के साथ में मारपीट किया। और चालक को गाड़ी से नीचे फेंक दिया।
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लाठी , डंडों व बेल्ट से की पिटाई
इसके बाद मुखिया को स्कोर्पियो में बिठाकर अपने साथ सुनसान जगह ले गया । अपहरणकर्ताओं ने मुखिया को सुनसान जगह पलटपूरा गांव ले जाकर लाठी डंडे और चमड़े की बेल्ट से जमकर मारपीट पिटाई किया। किसी तरह से मुखिया अपनी जान बचाकर अपहरणकर्ताओं के चुंगल से भाग निकले। अपहरणकर्ता मुखिया को जान से मार देते। अपहरणकर्ताओं ने मुखबिरी के शक में अमावा पंचायत के मुखिया का अपहरण किया। बदमाशों ने मुखिया को जान से मारने का प्रयास किया। अभी कुछ दिन पहले ही मुखबिरी के आरोप में अस्थावां थाना क्षेत्र इलाके के जियर गांव में एक युवक की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। फिर से इसी वाक्य को अपराधियों एक घटना को फिर से दुहराने का प्रयास किया था।
ग्रामीणों ने मारपीट की घटना से तंग आकर एसपी से मदद की मांग
नालंदा। छिनतई और मारपीट की घटना से तंग आकर मोहिउद्दीनपुर गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र देकर मदद की गुहार लगाई है।
नालंदा जिले में दबंगई का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मामला बिहार थाना क्षेत्र इलाके के मोहीउद्दीन और नकटपुरा गांव के बीच है। कुछ आसमाजिक तत्वों के द्वारा आने जाने वाले ग्रामीणों के साथ मारपीट एवं छिनतई की घटना को अंजाम दिया जा रहा। गौरतलब है कि मोहिउद्दीनपुर गांव में डेढ़ सौ घर की कुल 3000 आबादी वाला गांव है जहां दलित महादलित अनुसूचित जाति जनजाति के लोग रहते है।
इस गांव के लोग जब काम करने के लिए अपने घरों से बाहर जाते हैं और लौटने के दौरान इन लोगों के साथ अक्सर छिनतई की जाती है। विरोध करने पर मारपीट भी किया जाता है। इस घटना को लेकर बिहार थाना में लिखित आवेदन भी दिया गया। इसके बावजूद पुलिस द्वारा इस पर कोई ठोस कार्यवाई नहीं की गई। परेशान होकर मंगलवार को दर्जनों की संख्या में ग्रामीणो ने एसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी से मदद की गुहार लगाई। ग्रामीणों ने कहा कि अगर हम लोगों को इस समस्या से छुटकारा नहीं दिया जाता है तो डेढ़ सौ घरों के परिवार के लोगों को कहीं दूसरी जगह बसा दिया जाए ताकि समस्या का निदान हो सके।