Firozabad News: पति-पत्नी के बीच झगड़े की खबरें अक्सर सामने आती हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसे सुनकर कोई भी दंग रह जाएगा। यहां एक पति ने अपनी पत्नी को सूनसान हाईवे पर कार से नीचे उतार दिया और कहा, “तू मेरी गाड़ी में बैठने लायक नहीं है।” इसके बाद वह अपने बच्चों को साथ लेकर चला गया।
पीड़िता की कहानी
पीड़ित महिला किसी तरह अपने घर पहुंची और वहां से सीधे पुलिस स्टेशन गई। महिला ने अपने पति विकास सोलंकी के खिलाफ तहरीर दी है। पीड़िता फिरोजाबाद के अरांव थाना क्षेत्र की रहने वाली है और उसने पुलिस को बताया कि विकास सोलंकी निवासी गौतमबुद्ध नगर से फरवरी 2020 में उसकी शादी हुई थी। शादी में 12 लाख रुपये का खर्चा करने के बाद भी ससुराल वाले संतुष्ट नहीं हुए।
हाईवे पर छोड़ने का कारण
पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उससे बाइक और एक लाख रुपये की मांग करने लगे। पति विकास, ससुर मुकेश, सास सीमा देवी और ननद शीतल भाटी उसे आए दिन परेशान करते थे। उसके साथ गाली-गलौज की जाती थी और मानसिक उत्पीड़न किया जाता था। महिला ने बताया कि वह अपने पति के साथ बच्चे का इलाज कराने के लिए 1 जून को कार से डॉक्टर के पास जा रही थी। तभी खाजा के पास बीच हाईवे पर पति ने बच्चे को अपनी गोद में बैठा लिया और उसे कार से उतार दिया। विकास ने कहा, “तेरे बाप ने न तो गाड़ी दी और न रुपये… तू मेरी कार में बैठने लायक नहीं है।”
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पुलिस की कार्रवाई
महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति पिछले काफी लंबे समय से दहेज की मांग कर रहा है। जब वह ससुराल वालों के पास गई तो वहां भी उससे बदसलूकी की गई। उसे धमकी दी गई कि वह कभी भी ससुराल न आए। इसके बाद महिला रोते-बिलखते मायके चली गई। महिला ने अब अपने पति समेत सभी ससुरालियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। अरांव पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि अभी जांच जारी है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी और पीड़िता महिला को न्याय जरूर मिलेगा।
समाज में व्याप्त दहेज और घरेलू हिंसा जैसी समस्याएं
यह घटना एक बार फिर से साबित करती है कि समाज में दहेज और घरेलू हिंसा जैसी समस्याएं अभी भी कितनी गहरी हैं। ऐसे मामलों में पीड़िता को न्याय मिलना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में कोई और महिला इस तरह की प्रताड़ना का शिकार न हो। इस तरह की घटनाएं सिर्फ एक परिवार को ही नहीं, बल्कि समाज को भी झकझोर देती हैं। एक रिश्ते में जब विश्वास और सम्मान की जगह हिंसा और अपमान आ जाता है, तो उसके नतीजे बेहद दर्दनाक होते हैं। पीड़ित महिलाओं को समाज का समर्थन और न्यायिक संरक्षण मिलना चाहिए।
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पुलिस का संदेश
पुलिस ने कहा कि वह इस मामले में पूरी सतर्कता से जांच कर रही है और दोषियों को सख्त सजा दिलाने की कोशिश करेगी। उन्होंने जनता से अपील की है कि ऐसे मामलों में पुलिस को तुरंत सूचना दें ताकि समय पर कार्रवाई हो सके। इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक हमारे समाज में महिलाओं को दहेज और घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ेगा। उम्मीद है कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई और समाज का समर्थन पीड़िता को न्याय दिलाने में सफल रहेगा।
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