सपना सिंह
Water Crises: रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून.देश भर में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच पानी की किल्लत से जूझते लोगों की प्यास आपको डरा देगी.जल की कमी के चलते शहर के शहर प्यास से तड़प रहे है.वही एक्सट्रीम हीट के बीच दिल्ली में पेयजल का संकट गहराता जा रहा है.लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए जूझ रहे है. स्लम से लेकर पॉश इलाकों तक पानी के लिए लोगों में एक अजीब बेबसी देखने को मिल रही है.धरा पर पैदा हुए इस जल संकट पर देखिए ये खास रिपोर्ट..
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दिल्ली में हो रही पानी की किल्लत
इस भीषड़ गर्मी में पानी की किल्लत होना ऐसा है जैसा आपके शरीर से सांसो का अलग होना.ऐसे में देश के कई राज्यों में और सबसे ज्यादा दिल्ली में लोग पानी के लिए तड़प रहें हैं और बात करें मध्य प्रदेश की तो वहां भी लोगों का हाल बेहाल है और लोग पानी के लिए कई किलो मीटर तक का सफर कर रहें है.दिल्ली के लोग इन दिनों भीषण गर्मी और पीने के पानी की कमी दोनों का ही सामना कर रहे हैं. इसी बीच अरविंद केजरीवाल ने भाजपा से मांग की है कि वे यूपी और हरियाणा की सरकार से बात करके एक महीने के लिए दिल्ली को कुछ पानी दिलवा दें तो दिल्ली वाले इस कदम की खूब सराहना करेंगे.
पानी का टैंकर देखते ही लोगों में मच रही लूट
दिल्ली-एनसीआर में एक तरफ जहां भीषण गर्मी पड़ रही है और हीटवेव के कारण लोगों की मौत हो रही है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पानी की किल्लतों का सामना कर रहा है। दरअसल पानी की मारामारी दिल्ली में इन दिनों देखने को मिल रही है। पानी का टैंकर देखते ही लोगों द्वारा लूटपाट मच जा रही है। सभी चाहते हैं कि उन्हें सबसे पहले पानी मिले। घंटों तक इंताजर करने के बाद लोगों को पानी मिल रहा है। लोगों का कहना है कि पहले टैंकर दो बार आता था तो पानी की कमी नहीं होती थी।
लेकिन गर्मी बढ़ते ही जलबोर्ड ने टैंकर कम भेजने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली बोर्ड का टैंकर जो पानी पीने के लिए लाया है, हमने उसकी जांच की तो वह पानी मिट्टी से भरा हुआ है और पीने लायक नहीं है। लोगों का कहना है कि उन्हें गंदे पानी को पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बच्चे घर पर बीमार पड़े हैं। गंदा पानी पीने के अलावा उनके पास कोई चारा नहीं है
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मध्य प्रदेश में भारी जलसंकट से जूझ रहे लोग
मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी की वजह से हजारों लोग भारी जलसंकट से जूझ रहे हैं. एक तरफ तपते दिन और दूसरी तरफ पर्याप्त पानी नहीं होने की वजह से लोगों पर दोतरफा मार पड़ रही है.कई जगहों पर जंगल से झिरते हुए पानी को लाने के लिए लोग मजबूर हो रहे हैं.भीषण गर्मी में मध्य प्रदेश में अब लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे है. वहीं राज्य सरकार के सारे दावे फेल दिखाई दे रहे हैं. बुंदेलखंड से लेकर मालवा निमाड़ तक जल संकट की समस्या लोगों को सता रही है.ऐसे में लोग कई किलोमीटर चल कर जंगलों से पानी ला रहे है. जल ही जीवन है’, ‘जल-जीवन मिशन’, ‘हर घर नल, हर घर जल’, ये तमाम योजनाएं सरकार लंबे वक्त से चला रही है. मगर मध्य प्रदेश की ये तस्वीरें कुछ और ही बयां कर रही हैं.
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सरकार बदलने के बाद भी नहीं बदली सूरत
राजस्थान में गर्मियों में पानी की किल्लत आम है, लेकिन हर 5 साल में सरकार बदलने के बाद भी यहां सूरत नहीं बदल रही है. जैसे-जैसे पारा बढ़ रहा है, पेयजल संकट ने ग्रामीणों का जीवन दुष्कर कर दिया है और इसे और मुश्किल बना दिया है मंहगे पानी के टैंकरों ने.पानी के टैंकरों लिए लोंगों को 500 से 700 रुपए प्रति टैंकर चुकाने पड़ते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक बढ़ते पेयजल संकट के चलते महिलाओं को पीने के पानी के लिए भी दूर दराज तक जाना पड़ रहा है और महिलाएं दूर-दूर से किसी के निजी बोरिंग से तो किसी सरकारी हैडपम्प से पानी लाने को मजबूर है..वहीं महिलाओं का कहना है कि मोहल्ले में विगत एक माह से पानी नही आ रहा है.
कुछ क्षेत्रों में पानी की समस्या से लोग परेशान
सिवनी जिले की नगर पालिका के कुछ क्षेत्रों में पानी की समस्या से लोग परेशान हैं और पानी की मांग को लेकर भाजपा पार्षद दल के नेता सहित नगर पालिका के सामने धरने पर बैठ गए.जहां पार्षद दल के नेता ज्ञानचंद सनोडिया ने बताया कि पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था पिछले लंबे समय से अस्त व्यस्त चल रही है जिससे नगर के लोग पेयजल के लिए परेशान हैं, लेकिन नौतपा जैसी भीषण गर्मी में सिवनी नगर पालिका परिषद पेयजल की आपूर्ति करने में कोई सुधार नहीं कर रही है… इसके लिए बार-बार निवेदन किया गया लेकिन कोई निराकरण नहीं निकलने के कारण लोगों ने धरना दिया है.
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