Parliament Session: संसद में आज बजट सत्र के आखिरी दिन मोदी सरकार की ओर से राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया गया. संसद के निचले सदन लोकसभा में अयोध्या में बने ऐतिहासिक राम मंदिर निर्माण को लेकर शुरु चर्चा हुई. इस दौरान एक तरफ जहां सत्ता पक्ष के लोगों ने लोकसभा में जय श्री राम के नारे लगाए, तो वहीं विपक्ष के कई सांसदों ने सदन में हंगामा करना शुरु कर दिया.
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बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने चर्चा शुरु की
संसद के निचले सदन लोकसभा में राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा पर बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने चर्चा शुरू की. उन्होंने कहा कि, “मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के बारे में बोलने का मौका मिला. इसके साथ ही राम मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने कहा कि जहां राम हैं, वहां धर्म है. जिन लोगों ने धर्म को नष्ट किया है, वे मारे गए हैं. जिन लोगों ने धर्म की रक्षा की उनकी सुरक्षा की गई है. कांग्रेस देश में इस हालात में इसलिए है, क्योंकि उन्होंने भगवान राम को खारिज किया था.
आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर उठाए सवाल
अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने राम मंदिर पर हो रही चर्चा के दौरान संसद में कहा कि अभी एक सांसद ने कहा कि जिस वक्त छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद गिराई जा रही थी, उस वक्त नरसिम्हा राव पूजा कर रहे थे. उसके बाद उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि लालकृष्ण आडवाणी का जिक्र किया और बोले कि जिस व्यक्ति ने रथ यात्रा निकाली, उसे देश का सर्वोच्च सम्मान दिया गया है. ये दिखाता है कि सरकार किस तरह खड़ी है. इंसाफ जिंदा है या फिर जुल्म को बरकरार रखा जा रहा है.
ओवैसी ने बाबरी मस्जिद गिराने की निंदा की
इसी कड़ी में आगे ओवैसी ने कहा कि 16 दिसंबर, 1992 को संसद में एक प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि किस तरह से वीएचपी, बजरंग दल और आरएसएस ने देश में सांप्रदायिता फैलाई और मस्जिद को गिराया गया. इस लोकसभा में मस्जिद गिराने का निंदा की गई थी. आज यही सरकार छह दिसंबर को जो घटना हुई, उसका जश्न मना रही है. इस पर सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि राम मंदिर पर फैसला सुप्रीम कोर्ट के जरिए किया गया. इसके बाद ही मंदिर का निर्माण हुआ है.
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नाथूराम गोडसे का किया जिक्र
लगातार राम मंदिर पर चर्चा चलती रहती, पक्ष विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा. लोकसभा में राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा पर चर्चा के दौरान एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी सरकार किसी विशेष समुदाय, धर्म की सरकार है या पूरे देश की सरकार है? भारत सरकार मेरा एक धर्म है? मेरा मानना है कि इस देश का कोई धर्म नहीं है. मैं भगवान राम का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं क्योंकि उसने उस व्यक्ति की हत्या की थी जिसके अंतिम शब्द हे राम थे.”
पीएम मोदी पर साधा निशाना
इसके बाद पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए ससंद में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “जब पीएम मोदी इस सदन में जवाब देंगे तो क्या भारत के 140 करोड़ जनता को जवाब देंगे या सिर्फ हिंतुत्व की फिक्र रखने वालों के लिए जवाब देंगे. मेरा इमान ये कहता है कि जिस जगह पर बाबरी मस्जिद थी, वो है और रहेगी.”
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