संवाददाता-अनुराग त्रिपाठी
Loksabha Election 2024: 25 मई को छठे चरण के होने वाले मतदान में उत्तर प्रदेश की 14 सीटों पर 162 प्रत्याशी मैदान में हैं.2019 के लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो उसमें इनमें से 9 सीटों पर भाजपा, 4 पर बीएसपी और 1 सीट पर सपा जीती थी लेकिन इसके बाद उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को आजमगढ़ सीट गंवानी पड़ गई थी.छठे चरण में जिन 14 सीटों पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर हैं, आइए जानते हैं वहां के समीकरण क्या तस्वीर बयां कर रहे हैं?
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सुल्तानपुर LS सीट
भाजपा की मोदी सरकार में रही पूर्व मंत्री व मौजूदा सांसद मेनका गांधी, सपा से पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद व बसपा से उदराज वर्मा सुल्तानपुर से चुनावी मैदान में हैं जिसके कारण यहां पर त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं।पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी सरकार की योजनाओं, अपने कार्यों, विकास, शांति एवं सुरक्षा और क्षेत्र में सक्रियता के दावे कर मतदाताओं का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही हैं.वहीं, रामभुआल निषाद बेरोजगारी, महंगाई और जिले में विकास कार्यों के ना होने की बात कहकर वोटरों के बीच अपनी पैठ बना रहे और बसाप उम्मीदवार उदराज वर्मा स्थानीय बनाम बाहरी के मुद्दे को हवा दे रहे हैं।
आजमगढ़ LS सीट
आजमगढ़ लोकसभा सीट भाजपा और सपा दोनों के लिए नाक की लड़ाई बन गई है.विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अखिलेश यादव ने 2022 में यहां से इस्तीफा दे दिया था.इसके बाद उपचुनाव में भोजपुरी फिल्म स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अखिलेश के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराकर सपा का गढ़ कही जाने वाली इस सीट पर कमल खिलाया था।भाजपा ने स बार भी यहां से निरहुआ पर अपना भरोसा जताया है तो वहीं धर्मेंद्र यादव के कंधे पर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की विरासत को बचाए रखने की जिम्मेदारी है। भाजपा के लिए ये सीट कितनी महत्वपूर्ण है, इसका पता इससे चलता है कि….पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी यहां जनसभाएं कर चुके हैं.बसपा ने यहां से मशहूद अहमद को उतारकर मुकाबले को और रोचक बना दिया है।
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प्रतापगढ़ LS सीट
भाजपा ने यहां से मौजूदा सांसद संगम लाल गुप्ता को मैदान में उतारा है…उनके सामने इंडिया गठबंधन ने एसपी सिंह पटेल पर दांव लगाया है.इस सीट पर बसपा ने वकील प्रथमेश मिश्रा पर अपना भरोसा जताया है….प्रथमेश मिश्रा भाजपा प्रभारी प्रकाश मिश्र के बेटे हैं।
जौनपुर LS सीट
जौनपुर में इस बार चुनाव में भाजपा और सपा के बीच कड़ टक्कर देखने को मिलने वाली है.एक तरफ जहां भाजपा ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह को मौका दिया है तो वहीं समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा को मैदान में उतारा है जबकि बसपा ने मौजूदा सांसद श्याम सिंह यादव को उतारकर बड़ा दांव खेल दिया है।
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प्रयागराज LS सीट
इस बार यहां से भाजपा ने मौजूदा सांसद रीता बहुगुणा जोशी का टिकट काटकर नीरज त्रिपाठी को मैदान में उतारा है। नीरज त्रिपाठी के पिता केसरी नाथ पूर्व राज्यपाल हैं। यहां से कांग्रेस ने इस सीट पर उज्जवल रमण सिंह को मौका दिया है। रमण सिंह के पिता रेवती रमण सिंह सपा नेता हैं। जबकि, बसपा ने रमेश पटेल पर भरोसा जताया है।
डुमरियागंज LS सीट
केवल एक दिन के मुख्यमंत्री कहे जाने वाले जगदंबिका पाल यहां से पांचवीं बार मैदान में हैं.2009 में कांग्रेस, इसके बाद लगातार 2 बार भाजपा के टिकट पर सांसद बनकर जीत की हैट ट्रिक लगा चुके जगदंबिका पाल का मुकाबला पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे और संतकबीर नगर से दो बार सांसद रहे भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी से है…कुशल तिवारी इंडी गठबंधन की ओर से सपा के प्रत्याशी हैं.बसपा ने नदीम मिर्जा को प्रत्याशी बनाकर मुस्लिम मतों के ध्रुवीकरण को रोकने का प्रयास किया है।
भदोही LS सीट
सपा ने ये सीट गठबंधन के तहत ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी को दे दी है और उसने पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के पपौत्र ललितेशपति त्रिपाठी को उतारा है.एक बार के विधायक रहे ललितेशपति पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.भाजपा ने डा. विनोद बिंद को यहां से मैदान में उतारा है.वहीं बसपा ने सुरियावां क्षेत्र से 4 बार जिला पंचायत सदस्य रहे हरिशंकर चौहान पर भरोसा जताया है.डा. विनोद बिंद और ललितेशपति के बीच कांटे का मुकाबला होने के आसार बन रहे हैं।
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लालगंज LS सीट
यहां सबसे ज्यादा संख्या यादव, मुस्लिम और दलित वोटरों की है.यहां त्रिकोणीय मुकाबला है.भाजपा ने नीलम सोनकर पर चौथी बार भरोसा जताया है जबकि सपा दो बार सांसद रहे दरोगा प्रसाद सरोज के भरोसे नैया पार करने की जुगत में है.दोनों पार्टियों के पूर्व सांसदों के बीच इस बार की ये लड़ाई रोचक है.सांसद द्वारा करे गए कार्यों को भी मतदाता नाप-तौल रहा है।यहां से बसपा ने बीएचयू में अंग्रेजी की असिस्टेंट प्रोफेसर इंदु चौधरी को मैदान में उतार कर लड़ाई त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है….हालांकि चुनाव से ठीक पहले बसपा की वर्तमान सांसद संगीता आजाद भाजपा में शामिल हो गईं और अब यहां कमल खिलाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।
श्रावस्ती LS सीट
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रधान सचिव रहे नृपेंद्र मिश्र के पुत्र एमएलसी साकेत मिश्र भाजपा की ओर से इस सीट पर उम्मीदवार हैं.2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन से बसपा उम्मीदवार के तौर पर सांसद चुने गए रामशिरोमणि वर्मा सपा के टिकट से दूसरी बार मैदान में हैं.बसपा ने मुइनुद्दीन अहमद खान उर्फ हाजी दद्दन खान को अपना उम्मीदवार बनाया है।
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अंबेडकरनगर LS सीट
लोकसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर BJP में शामिल हुए सांसद रितेश पांडेय को भाजपा ने यहां अपना प्रत्याशी बनाया है.वहीं सपा से लालजी वर्मा प्रत्याशी हैं.बसपा ने यहां पूर्व में घोषित प्रत्याशी मोहम्मद कलाम शाह को बदलकर उनके स्थान पर जलालपुर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष कमर हयात को प्रत्याशी बनाया है.सपा और भाजपा प्रत्याशी पूर्व में बसपा में रह चुके हैं….ऐसे में दोनों प्रत्याशियों की नजर बसपा के कैडर वोटों को खींचने पर है।
बस्ती LS सीट
भाजपा ने मौजूदा सांसद हरीश द्विवेदी पर लगातार तीसरी बार बड़ा दांव लगाया है.2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुत कम वोटों के अंतर से हरीश द्विवेदी जीत दर्ज कर पाए थे.हरीश की घेराबंदी के लिए गठबंधन ने यहां भी जातिगत कार्ड चला है.सपा ने इस चौधरी बहुल सीट पर बिरादरी के छत्रप कहे जाने वाले पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी को प्रत्याशी बनाया है.बसपा ने नामांकन के अंतिम दिन लवकुश पटेल को प्रत्याशी बनाकर गठबंधन को संशय में डाल दिया है।
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संतकबीरनगर LS सीट
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद पिछले चुनाव में मामूली वोटों के अंतर से विजयी हुए थे.बीजेपी ने प्रवीण निषाद पर दोबारा भरोसा जताया हैं. वही सपा ने पूर्व राज्यमंत्री लक्ष्मी उर्फ पप्पू निषाद को प्रत्याशी बनाया है….मुस्लिम, यादव गठजोड़ के साथ निषाद वोटों में सेंधमारी के सहारे गठबंधन जीत के दावे कर रहा है.बसपा ने नदीम अशरफ को प्रत्याशी बनाकर दलित और मुस्लिम वोटों के गठजोड़ से जीत सुनिश्चित करने का प्रयास किया है।
फूलपुर LS सीट
भाजपा ने सांसद केसरी देवी पटेल का इस बार टिकट काटकर फूलपुर विधानसभा सीट से विधायक प्रवीण पटेल को मैदान में उतारा है.वो 3 बार इस सीट से विधायक रह चुके हैं…सपा प्रत्याशी अमरनाथ मौर्य हैं और वो बसपा से शहर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायकी लड़ चुके हैं.बसपा से जगन्नाथ पाल मैदान में हैं यहां भी जातियों की भी तगड़ी गोलबंदी है।
मछलीशहर LS सीट
2019 में भाजपा के सांसद बीपी सरोज बसपा के त्रिभुवन राम से मात्र 181 वोटों से जीते थे.बीजेपी ने एक बार फिर उन्हें टिकट देकर हैटट्रिक लगाने का मौका दिया है.सपा 3 बार के सांसद रहे तूफानी सरोज की 26 वर्षीय बेटी और सुप्रीम कोर्ट में वकील प्रिया सरोज के भरोसे भाजपा का विजय रथ रोकने की कोशिश में है…बसपा के टिकट से पूर्व आईएएस अफसर कृपाशंकर सरोज चुनावी मैदान में हैं.यहां भी सपा व भाजपा के बीच कांटे के मुकाबले के आसार दिख रहे हैं।
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