बिहार (सरहसा): संवाददाता- शिव कुमार
सहरसा। बिहार के डिप्टी सीएम स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के शासनकाल मे विभाग का है यह हाल कि मरीज को ढोने के बजाय एम्बुलेंस से दवा की हो रही ढुलाई की जा रही है। यह मामला कोशी के पीएमसीएच के नाम से ख्यातिलब्ध सदर अस्पताल का है। जहां मरीजों को ढोने वाली एम्बुलेंस से न सिर्फ दवा की ढुलाई की जा रही है बल्कि सुरक्षा व्यवस्था में तैनात सिक्योरिटी गार्ड से लेबर तक का काम लिया जा रहा है।
हालांकि इस बावत में सदर अस्पताल उपाधीक्षक से पूछा गया तो उन्होंने पहले इन बातों से इंकार किया । वहीं बाद में निरीक्षण के दौरान मामले की सत्यता को देख कर कहा कि अब जब माल ढुलाई कर लाया गया तो इसे उतारने दें। आगे से इस तरह की घटनाओं पर निगरानी रखी जायेगी। इसके अलावा सिक्योरिटी गार्ड से लेबर का काम लिए जाने के सवाल पर कहा कि इसकी जांच की जाएगी।
मामला संज्ञान में आया तो जांच कर कार्यवाई का दिया निर्देशः
जबकि खुद बबलू कुमार नामक सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि अभी वह ड्यूटी पर है और सुपरवाइजर के आदेश पर एम्बुलेंस से दवा उठाकर स्टोर में रख रहे हैं। हालांकि सूत्रों की माने तो ऐसा पहली बार नही है। लगातार एम्बुलेंस से ही न सिर्फ दवा की ढुलाई होती है बल्कि इसके एवज में ढुलाई एवं लेबर चार्ज की निकासी भी की जाती है। भले ही अस्पताल उपाधीक्षक ने जांच कर कार्रवाई की बात की हो पर सबसे बड़ा सवाल की एक ओर एम्बुलेंस के अभाव में ठेला पर मरीजों की ढुलाई के लिए चर्चित सदर अस्पताल में एम्बुलेंस से दवा की ढुलाई निश्चित रूप से सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था की कलई खोलने के लिए काफी है।
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मध्याह्न भोजन में पिल्लू निकलने पर विद्यालय के बच्चों ने जमकर काटा हंगामाः
सहरसा। सौर बाजार प्रखंड क्षेत्र के चंदौर पूर्वी पंचायत के उत्कर्मित मध्य विद्यालय हनुमान नगर में मध्याह्न भोजन में पिल्लू मिलने पर सभी बच्चे बिना खाना खाए ही सारा भोजन को फेंक दिया , और जमकर बवाल काटा। बताया जा रहा है की पहले विद्यालय में रसोइया द्वारा ताजा भोजन मीनू के हिसाब से बनाया जा रहा था। जो खाने वक्त गर्म भी रहता था लेकिन अब सरकार मध्याह्न भोजन की व्यवस्था किसी एनजीओ को दे दिया है जो बने बना खाना लाकर सभी विद्यालय को उपलब्ध करवाता है।
इसी दौरान शुक्रवार को एक बच्ची को भोजन करने के दौरान चावल में सरा हुआ पीलू मिला जिसे सुनकर विद्यालय में पढ़ने वाले 255 बच्चे अपना अपना भोजन बिना खाए फेक दिया। इसके साथ ही बच्चों ने बताया कि गुरुवार को भी चावल में पीलू मिलने की शिकायत विद्यालय के प्रधान को किया गया था, लेकिन विद्यालय के प्रधान से जब मीडिया द्वारा पूछा गया तो उन्होंने बताया की मुझे इस बात की जानकारी नहीं है।
चावल में पिल्लू मिलने को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुमन कुमार झा ने बताया की आज बच्चे के द्वारा चावल में पिल्लू मिलने की बात कही गई जिसे जांच के दौरान सही पाया गया है। जिसकी जानकारी पदाधिकारी को दे दी गई हैं। मध्याह्न भोजन योजना को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया की जब से एनजीओ द्वारा मध्याह्न भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है तब से बच्चे को समय पर और ताजा भोजन नहीं मिलता है। जिसकी शिकायत बच्चे घर पहुंचकर बराबर बताते हैं।